डिप्लोमा के आधार की जाए फार्मेसिस्टों की भर्ती
जागरण संवाददाता, देहरादून: होम्योपैथिक फार्मेसी डिप्लोमा धारकों की बैठक में होम्योपैथिक विभाग में फार्मेसिस्टों की भर्ती पर अनुभव को वरीयता दिए जाने का विरोध किया गया। मांग की गई कि एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, वैटनरी आदि की तरह होम्योपैथिक विभाग में डिप्लोमा के आधार पर भर्ती की जाए।
शुक्रवार को गांधी पार्क में हुई बैठक में बेरोजगार होम्योपैथिक फार्मेसिस्ट आरएस नेगी ने कहा कि जब फार्मेसी डिप्लोमाधारी योग्य बेरोजगार है तो अनुभव के आधार पर नियुक्ति दिया जाना न्यायोचित नहीं है। प्रवेश उनियाल ने कहा कि दो वर्षीय डिप्लोमा हासिल करने के बावजूद अनुभव को वरीयता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक निदेशालय द्वारा संविदा व सरकारी रिक्त सीटों पर चयन प्रक्रिया की जा रही है जिसमें केवल अनुभव वाले फार्मेसिस्टों को शामिल किया जा रहा है। जबकि, अन्य पद्धतियों में फार्मेसिस्टों का चयन डिप्लोमा के आधार पर किया जाता है। सभी प्रशिक्षित फार्मेसिस्टों ने आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारी अपने चहेतों को लगाने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से इस प्रक्रिया को रोकने व योग्य फार्मेसिस्टों को नियुक्ति दिए जाने की मांग की। बैठक में सचिन रमोला, विवेक व्यास, हिमांशु थपलियाल, आनंद, कुंदन, अरविंद, श्रवण, दीपिका, उन्नति, कैलाश आदि मौजूद रहे।