अब नए रूटों पर भी दौड़ेंगी उत्तराखंड रोडवेज की बसें
उत्तराखंड परिवहन की साधारण बसें जल्द ही नए रूटों पर भी दौड़ती मिलेंगी। इनमें हिसार, करनाल, जोधपुर, बालाजी, मनाली, पानीपत आदि शामिल हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: दिल्ली, चंडीगढ़, अंबाला, सहारनपुर, फरीदाबाद, गुडग़ांव, जयपुर आदि शहरों तक सीमित उत्तराखंड परिवहन की साधारण बसें जल्द ही नए रूटों पर भी दौड़ती मिलेंगी। इनमें हिसार, करनाल, जोधपुर, बालाजी, मनाली, पानीपत आदि शामिल हैं। दरअसल, अभी तक निगम के पास नया बस बेड़ा नहीं था, लिहाजा नए रूटों से परहेज किया जा रहा था। नया बस बेड़ा मिलने के बाद निगम ने उन रूटों पर बस संचालन की तैयारी शुरू कर दी है, जहां अब तक निगम की सीधी बस सेवा नहीं जाती।
उत्तराखंड रोडवेज की बसें अपने पड़ोसी राज्यों के सभी शहरों में भी संचालित नहीं होती। खासतौर से लंबी दूरी के अधिकतर मार्ग ऐसे हैं, जहां से उत्तराखंड के प्रमुख शहरों से सीधी बस संचालित नहीं की जा रही।
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दो साल पहले भी इस पर कसरत तो हुई थी लेकिन खराब बस बेड़ा और राज्य परिवहन प्राधिकरण से अनुमति नहीं मिलने के कारण योजना परवान नहीं चढ़ सकी। प्रदेश के ज्यादातर शहरों से सर्वाधिक बसें दिल्ली रूट पर संचालित हो रही। हरियाणा व राजस्थान समेत उत्तर प्रदेश के कई ऐसे रूट हैं, जहां लंबे समय से बस संचालन की मांग उठती रही है।
हिसार, पानीपत, बालाजी, जोधपुर और करनाल आदि ऐसे शहर हैं, जहां उत्तराखंड से दूसरे राज्यों की बसें संचालित होती हैं, लेकिन उत्तराखंड रोडवेज की बसें नहीं जा रहीं। बालाजी के लिए तीन साल पूर्व दून और हरिद्वार से बस सेवा संचालित की गई थी लेकिन इसका रूट अलीगढ़ होकर था, जो यात्रियों को रास नहीं आया।
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यात्रियों ने इसे वाया दिल्ली-अलवर होते हुए चलाने की मांग की लेकिन परिवहन निगम ने रूट बदलने के बजाए बस सेवा ही बंद कर दी। अब चूंकि, 483 नई बसें आ चुकी हैं और इनमें से 250 खड़ी हैं। ऐसे में निगम इन बसों में से कुछ को नए रूट पर चलाने के मूड में है।
महाप्रबंधक (संचालन) दीपक जैन ने बताया कि नए रूटों को लेकर कसरत की जा रही है। दूसरे राज्यों के साथ समझौते का अनुपालन भी करना होता है। परिवहन निगम कोशिश कर रहा है कि कुछ शहरों के लिए साधारण बसों की सीधी सेवा को शुरू किया जा सके। अभी और नई बसें आनी हैं। इसके आधार पर रूटवार प्लान तैयार किया जाएगा।