निशंक ने की सड़कों के निर्माण में तेजी की पैरवी
राज्य ब्यूरो, देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद हरिद्वार डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने संसद में चर्चा के दौरान हिमालयी राज्यों की सीमाओं में युद्ध स्तर पर सड़कें बनाने की मांग की। उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अहम सड़कों के साथ ही यात्रा मार्गो को सुदृढ़ करने का लिए इन्हें केंद्रीय एजेंसी के तहत रखने की भी मांग उठाई।
संसद में राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान श्री निशंक ने कहा कि उत्तराखंड दो विदेशी सीमाओं से घिरा हुआ है और यहां चार धाम सहित कई अन्य धार्मिक स्थल भी हैं। बावजूद इसके यहां सड़कों की स्थिति अच्छी नहीं है। ऐसे में यहां सड़कों की स्थित सुदृढ़ किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सामरिक तथा यात्रा की दृष्टि से इन सड़कों का नियंत्रण केंद्र सरकार को अपने हाथ में लेकर सीमाओं तक का विस्तार देना चाहिए। उन्होंने दिल्ली से देहरादून व दिल्ली-हरिद्वार-ऋषिकेश तक फोर लेन सड़क ओर ओवर ब्रिज के निर्माण की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि 2016 में हरिद्वार में अर्द्धकुंभ होना है, यदि इसकी व्यवस्था अभी से नहीं की गई तो काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों, सामरिक महत्व तथा देश की अखंडता को देखते हुए हिमालयी राज्यों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क मार्ग से हर मार्ग को जोड़ने की भी पैरवी की।