गुरु तेग बहादुर के बलिदान किया याद
विकासनगर : गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर गुरुद्वारा श्री गुरु ¨सह सभा में गुरुवाणी के माध्यम से
विकासनगर : गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर गुरुद्वारा श्री गुरु ¨सह सभा में गुरुवाणी के माध्यम से धर्म की रक्षा के लिए उनके द्वारा किए गए बलिदान को याद किया गया। हुजूरी रागी रनजोत ¨सह ने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने अपना पूरा जीवन धर्म की रक्षा के लिए समर्पित कर दिया।
गुरुद्वारा श्री गुरु ¨सह सभा विकासनगर में गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर गुरुवाणी का पाठ किया गया। गुरुवाणी के माध्यम से गुरु तेग बहादुर के बलिदान को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। हुजूरी रागी रणजोत ¨सह ने संगत को बताया कि गुरु तेग बहादुर जी शांत, कोमल मन, शास्त्र विद्या व घुड़सवारी में निपुण होने के साथ ही धर्म रक्षक, परोपकारी व लोगों की फरियाद सुनने वाले थे। मुगलों से अपने धर्म की रक्षा के लिए गुरु जी ने अपने प्राणों की बलि दे दी और धर्म की रक्षा के लिए आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा जगाने का कार्य किया। उन्हीं के आदर्शों का पालन करते हुए बाद के अन्य गुरुओं ने भी धर्म की रक्षा के लिए मुगलों से लोहा लिया और भारतीय सांस्कृतिक, धार्मिक अस्मिता को बचाए रखा। साध संगत ने गुरु तेग बहादुर के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार जगमोहन ¨सह, सुनील त्रेहान, तीरथ ¨सह, सर¨वदर ¨सह, परमजीत ¨सह, गुरुजीत ¨सह, हरजीत ¨सह मौजूद रहे।