केदारनाथ में 15 जनवरी तक जुटेंगी जरूरी सुविधाएं
-केदारनाथ और गैरसैंण पर झोंकी ताकत, आला अफसरों ने किया मुआयना -ध्वस्त सरकारी भवनों का मलबा हटाकर न
-केदारनाथ और गैरसैंण पर झोंकी ताकत, आला अफसरों ने किया मुआयना
-ध्वस्त सरकारी भवनों का मलबा हटाकर नए सिरे से निर्माण
-बर्फबारी के दौरान जारी रहेंगे पुनर्निर्माण कार्य
-सोनप्रयाग में बसों और छोटे वाहनों के लिए बहुमंजिली पार्किंग, दुकानें, हेलीपैड
-गैरसैंण में विधानभवन दो साल से पहले हो जाएगा तैयार
राज्य ब्यूरो, देहरादून
आपदा प्रभावित केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण और गैरसैंण के विकास को सरकार पूरी ताकत झोंके हुए है। मुख्य सचिव एन रविशंकर, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा और सचिव भास्करानंद ने गुरुवार को केदारनाथ और गैरसैंण में चल रहे कार्यो का मुआयना किया। सरकार ने दावा किया है कि केदारनाथ धाम में जरूरी ढांचागत सुविधाओं का पुनर्निर्माण आगामी 15 जनवरी तक हो जाएगा। वहीं, गैरसैंण में विधानभवन का निर्माण कार्य दो साल से पहले पूरा हो जाएगा।
आला अधिकारियों के दौरे के बाद पत्रकारों से रूबरू वित्त सचिव भास्करानंद ने बताया कि केदारनाथ में कामकाज तेजी से हो रहा है। वर्तमान में तीन जेसीबी, दो बुलडोजर और 400 मजदूरों की मदद से पुनर्निर्माण कार्यो को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है। अब तक 25 कमरे भी केदारनाथ में बन चुके हैं। अगले 15 दिन में एमआइ-26 जैसे बड़े हेलीकाप्टर उतरने के लिए हेलीपैड बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद जरूरी उपकरण वहां पहुंच सकेंगे, ताकि कामकाज को और तेजी से पूरा किया जा सके। केदार धाम में बुनियादी ढांचा फिर से खड़ा करने का काम 15 जनवरी तक पूरा किया जाएगा। बर्फबारी के दौरान भी काम जारी रखने की सरकार की मंशा है। 15 जनवरी तक आपदा में ध्वस्त हुए सरकारी भवनों का मलबा पूरी तरह साफ कर नए सिरे से निर्माण कार्य को अंजाम दिया जाएगा। मंदाकिनी नदी को मूल स्वरूप में लौटाया जा चुका है, जबकि सरस्वती नदी में बाढ़ सुरक्षा के काम 80 फीसद पूरे हो चुके हैं।
सोनप्रयाग में छोटे वाहनों के लिए बहुमंजिली पार्किंग के साथ ही बसों के लिए भी बहुमंजिली पार्किंग बनाई जाएगी। इसके साथ ही दुकानें और हेलीपैड भी निर्मित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गैरसैंण में विधानभवन का निर्माण कार्य तेजी गति से किया जा रहा है। इसी गति से कामकाज जारी रहा तो दो साल से पहले ही विधानभवन बनकर तैयार हो जाएगा। इसके साथ सड़कों का प्रारंभिक काम पूरा हो गया है। केदारनाथ दौरे के दौरान नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के प्राचार्य कर्नल अजय कोठियाल भी उच्चाधिकारियों के साथ रहे।