खुशी के मौके पर रीती झोली
जागरण संवाददाता, देहरादून: वैसे तो त्योहारी सीजन में राशन उपभोक्ता की सबसे बड़ी जरूरत होती है। लेकिन,
जागरण संवाददाता, देहरादून: वैसे तो त्योहारी सीजन में राशन उपभोक्ता की सबसे बड़ी जरूरत होती है। लेकिन, आरएफसी (क्षेत्रीय विपणन नियंत्रक) की लापरवाही ऐसी है कि दीपावली पर भी उपभोक्ताओं के थैले में उनके हिस्से का राशन नहीं पहुंचा। हैरत देखिए कि जिम्मेदार विभाग त्योहारों के बाद चावल आवंटन की तैयारी कर रहा है।
आरएफसी की ये लापरवाही नई नहीं, बल्कि राशन की व्यवस्था लंबे अर्से से ढर्रे पर नहीं है। कायदे से त्योहारी सीजन को देखते हुए विभाग को महीने की शुरुआत में ही पूरा राशन उपभोक्ताओं को आवंटित कर देना चाहिए था, लेकिन, हालत ठीक इसके उलट हैं। हालांकि, गेहूं व चीनी का आवंटन किया जा चुका है, लेकिन उपभोक्ताओं के हिस्से का चावल अब तक आवंटित नहीं किया गया। उपभोक्ता लगातार राशन की दुकानों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें रीते थैले लेकर वापस लौटना पड़ता है। इसके बावजूद आपूर्ति विभाग से लेकर आरएफसी तक दीपावली से पहले चावल के आवंटन में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। अधिकारी त्योहार बीत जाने के बाद चावल के आवंटन पर विचार कर रहे हैं। बताइए, जब जरूरत के समय उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिल रहा तो बाद में इसका क्या फायदा।
'दीपावली से पूर्व गेहूं व चीनी का आवंटन करा दिया गया है। चावल आवंटन की प्रक्रिया चल रही है, जल्द वह सभी उपभोक्ताओं को उपलब्ध करा दिया जाएगा।'-पीएस पांगती, जिला पूर्ति अधिकारी