पीएम को मन की बात बतानी पड़ी भारी, अधिकारी हुआ निलंबित
बार-बार विभागीय शिकायतों को लेकर प्रधानमंत्री और मख्यमंत्री को पत्र लिखना एक अधिकारी को भारी पड़ गया। उन्हें आयुक्त राज्य कर श्रीधर बाबू अद्दांकी ने निलंबित कर दिया।
देहरादून, [जेएनएन]: राज्य माल एवं सेवा कर विभाग के राज्य माल एवं सेवा कर अधिकारी अनिल कुमार को कर्मचारी आचरण नियमावली के विपरीत कार्य करने और व्यापारियों का उत्पीड़न करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। यह कार्रवाई आयुक्त राज्य कर श्रीधर बाबू अद्दांकी ने की। विभिन्न आरोपों के साथ ही उन पर सीधे उच्चाधिकारियों के साथ ही सीएम और पीएम को पत्र लिखने का आरोप भी है।
राज्य माल एवं सेवा कर अधिकारी अनिल कुमार संयुक्त आयुक्त (अपील) चतुर्थ के रुद्रपुर स्थित कार्यालय से संबद्ध चल रहे हैं। पिछले साल उनका स्थानांतरण हरिद्वार से अल्मोड़ा किया गया था। अल्मोड़ा में व्यापारियों के उत्पीड़न के कई आरोप लगने पर अनिल कुमार को रुद्रपुर में संबद्ध कर दिया गया था। जबकि हरिद्वार में भी उन पर व्यापारियों के उत्पीड़न के आरोप लगे थे।
इसके अलावा विभागीय हेरार्की (पदानुक्रम) का अनुपालन न करते हुए सीधे उच्चाधिकारियों से पत्राचार समेत अनिल कुमार प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजते थे।
वाणिज्य कर सलाहकार समिति की बैठक में भी उनकी कार्यशैली पर आपत्ति जताई गई थी। इन तमाम अनियमितताओं व अनुशासनहीनता को लेकर लंबे समय से वह कार्रवाई की जद में थे। अब आयुक्त राज्य कर ने उन्हें निलंबित कर दिया। अनिल कुमार पर पहले से एक विभागीय जांच चल रही है।
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