खादी के उत्पादों को आकर्षक बनाने की तैयारी
राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश सरकार अब खादी को बढ़ावा देने के लिए इसे लीक से हटकर नए कलेवर में ढालने की तैयारी कर रही है। इसके लिए खादी को और अधिक आकर्षक बनाने की कवायद चल रही है। मकसद यह कि पर्वतीय क्षेत्रों में खादी को बढ़ावा देने के साथ ही उसें एक उचित बाजार भी उपलब्ध कराया जा सके। इसके लिए सरकार नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन से भी मदद ली जा रही है।
प्रदेश में खादी को पर्वतीय क्षेत्रों में आय के एक प्रमुख साधन के रूप में स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए सरकार प्रदेश में लगातार खादी को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। खादी के पारंपरिक स्वरूप में ही बाजार में आने के कारण इसकी बहुत अधिक डिमांड नहीं है। इसके कारण खादी से जुड़े लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यही कारण है कि अब लोग खादी का काम छोड़ कर अन्य कार्यो को अपना रहे हैं अथवा नए रोजगार की तलाश में क्षेत्र से पलायन कर रहे हैं। ऐसे में सरकार अब खादी को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठा रही है। इस कड़ी में खादी से वर्तमान मांग के हिसाब से वस्त्र बनाए जाएंगे। इसके लिए स्थानीय लोगों को भी शिक्षित किया जाएगा। शुरुआत में सरकार कुमाऊं में एक कालेज भी स्थापित करने जा रही है। यहां पर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन का पैटर्न रखा जाएगा। यहां प्रशिक्षणार्थियों को आधुनिक डिजाइन सिखाए जाएंगे। शुरुआत में यहां सभी उम्र के प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि बाद में ये अपने क्षेत्रों में मास्टर ट्रेनर के रूप में लोगों को भी नई तकनीकी व डिजाइनों के संबंध में जानकारी दे सकें। जल्द ही नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन के अधिकारी यहां आकर जानकारी देंगे। यहां कर्मचारियों की तैनाती को लेकर वित्त विभाग से भी विमर्श किया जा रहा है।
प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग एमएच खान ने बताया कि इस संस्थान में खादी वाले क्षेत्रों पर फोकस किया जाएगा। यह देखा जाएगा कि खादी को और अधिक आकर्षक कैसे बनाया जा सकता है। इसके लिए तैयारी चल रही है। संस्थान के लिए पांच एकड़ जमीन भी चयनित की जा चुकी है।