फुटकर की मुनाफाखोरी से सब्जियों के दाम आम के बजट से बाहर
राजधानी देहरादून में मंडी में सब्जियों के दाम नियंत्रण में है। लेकिन बाजारों की ओर रुख करें तो यहां सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: निरंजनपुर मंडी में थोक में यदि टमाटर को छोड़ दिया जाए तो अन्य सब्जियों के दाम लगभग कंट्रोल में हैं, लेकिन मंडी से महज दस कदम बाहर निकलकर जैसे ही ये सब्जियां फुटकर मंडी में पहुंच रही हैं तो इनके दाम आसमान छू रहे हैं। वजह फुटकर व्यापारियों की मुनाफाखोरी के कारण सब्जियां तीन से चार गुना ज्यादा दाम पर बेची जा रही हैं। ऐसा नहीं है कि मंडी या प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी भनक नहीं है, बावजूद इसके फुटकर के दामों पर लगाम नहीं लगाई जा रही है।
उत्तराखंड में इस समय टमाटर की आपूर्ति नासिक से हो रही है। यही कारण है कि टमाटर के दाम थोक में भी 25 रुपये किलो हैं, जिसे बाजार में फुटकर व्यापारी 60 रुपये किलो तक बेच रहे हैं। यही नहीं, टमाटर की दून में प्रतिदिन की खपत छह हजार कुंतल है, लेकिन दाम अधिक होने के कारण ही मंडी में मात्र चार हजार कुंतल तक ही टमाटर की बिक्री हो रही है। मांग के अनुरूप सप्लाई न होने के कारण भी टमाटर के दाम बढ़े हैं। मंडी में बीन्स के छह से 11 रुपये तक थोक में बिक रही है, लेकिन फुटकर मंडी में यह 80 रुपये किलो तक बेची जा रही है, यानी सीधे आठ गुना ज्यादा मूल्य पर। गाजर के थोक दाम 20 से 25 रुपये किलो हैं, लेकिन बाहर यही गाजर 80 रुपये किलो में बिक रहा है। ऐसे ही साढ़े छह से दस रुपये किलो थोक वाली भिंडी फुटकर में 60 रुपये किलो है।
हैरत की बात ये है कि यह दाम तो सिर्फ लालपुल फुटकर मंडी के हैं, यदि ग्राहक राजपुर या धर्मपुर मंडी में ये सब्जियां खरीदते हैं तो लोगों को इन सब्जियों के लिए इससे भी अधिक दाम चुकाने पड़ रहे हैं।
15 नवंबर के बाद सस्ता होगा टमाटर
मंडी अधिकारियों की मानें तो 15 नवंबर से हल्द्वानी सहित पहाड़ के विभिन्न क्षेत्रों से भी टमाटर की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। इसके बाद टमाटर के दाम कंट्रोल में आने की उम्मीद की जा रही है।
सब्जियों के दाम
सब्जी थोक के दाम फुटकर
आलू 3.5 से 6.5 20 रुपये
प्याज 15 से 20 40 रुपये
टमाटर 15 से 25 60 रुपये
बीन्स 6 से 11 80 रुपये
गोभी 11 से 15 40 रुपये
भिंडी 6.5 से 10 60 रुपये
मटर 18 से 25 100 रुपये
बैंगन 7 से 10 40 रुपये
(नोट-थोक के दाम निरंजनपुर मंडी व फुटकर के दाम लालपुल स्थित मंडी से लिए गए हैं।)
देहरादून मंडी समिति के निरीक्षक अजय डबराल का कहना है कि टमाटर की सप्लाई सिर्फ नासिक से हो रही है। इसी वजह से दाम अधिक हो गए हैं। बाकी सब्जियों के दाम कंट्रोल में हैं, लेकिन फुटकर व्यापारी अधिक दाम वसूल रहे हैं। फुटकर पर मंडी का कोई नियंत्रण नहीं है।
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