पीएम मोदी का किरदार निभाना चाहते हैं हमशक्ल जगदीश
मोदी के हमशक्ल जगदीश राय भाटिया बीते रोज देहरादून पहुंचे। हर किसी की निगाहें बस उन्हीं पर टिक गईं। कुछ देर बाद अहसास हुआ कि ये नरेंद्र मोदी नहीं, बल्कि उनके हमशक्ल हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: ईसी रोड स्थित एक मॉल में लोग उस वक्त आश्चर्यचकित हो गए, जब उन्होंने यहां घूमते हुए 'नरेंद्र मोदी' को देखा। हर किसी की निगाहें बस उन्हीं पर टिक गईं। कुछ देर बाद अहसास हुआ कि ये नरेंद्र मोदी नहीं, बल्कि उनके हमशक्ल हैं।
यह भरोसा इसीलिए कि वह अकेले घूम रहे थे, न भीड़ थी और न ही कोई सुरक्षाकर्मी। धीरे-धीरे लोग उनके पास आए और कुछ देर तक निहारने के बाद बोले 'सर आप तो बिल्कुल प्रधानमंत्री जैसे लगते हैं'। इसके बाद जो हुआ, लोग फिर हैरत में पड़ गए। क्योंकि उनका मुस्कुराने और हाथ जोड़ने का स्टाइल हुबहू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा ही था।
खैर, लोगों को अपना परिचय देते हुए उन्होंने कहा कि 'मैं जगदीश राय भाटिया। दिल्ली के मालवीय नगर से आया हूं। बंगाली लाइब्रेरी रोड पर मेरी ससुराल है। यहां बस आपसे मिलने आ गए।' फिर भी लोगों का क्रेज कम नहीं हुआ और उनके साथ खूब सेल्फी लेकर साथ के साथ फेसबुक, वाट्स एप और टिवट्र पर अपलोड भी कर दिया। जगदीश राय भाटिया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनने वाली बायोपिक में उनका किरदार निभाने की इच्छा है। वह इस संबंध में अभिनेता एवं सांसद परेश रावल से मिल भी चुके हैं।
जगदीश राय भाटिया कहते हैं कि वह सीधे तौर पर किसी राजनीतिक दल से जुड़े नहीं हैं। पेशे से व्यवसायी हैं, लेकिन पिछले तीन साल में बहुत काम हुआ है और पूरी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक आरोप तक नहीं है। उन्होंने बताया कि दिल्ली एमसीडी चुनाव में उन्होंने भाजपा के लिए चुनाव प्रचार किया था।
बाल रंगना छोड़ा तो आया मोदी लुक
जगदीश राय भाटिया ने बताया कि संयोग है कि वर्ष 2013 में नरेंद्र मोदी का नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में सामने आया और उसी साल उन्होंने बालों को रंगना बंद किया। दाढ़ी और सफेद बालों से मोदी लुक आ गया। मोदी स्टाइल का कुर्ता पायजामा और घड़ी तो वह पिछले 20 साल से पहन रहे हैं। बताया कि लोग कहते हैं कि वह चाहें तो इस शक्ल का फायदा उठा सकते हैं।
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