शिक्षाधिकारी की अजीबो-गरीब रिपोर्ट, सर्विस बुक गुम, प्रमाण पत्र नदी में बहे
हरिद्वार के शिक्षाधिकारी ने फर्जी शिक्षक मामले में एसआइटी को अजीबो-गरीब रिपोर्ट दी है। इसमें लिखा है कि शिक्षकों के प्रमाण पत्र या तो बह गए या गुम गए हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: वर्ष 2014 से 2016 के बीच भर्ती हुए शिक्षकों के मूल शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच कर रही एसआइटी को हरिद्वार के शिक्षा अधिकारी ने अजीबो-गरीब रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट में लिखा गया है कि 'किसी शिक्षक के मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र नदी में बह गए तो किसी के बाइक पर जाते वक्त रास्ते में गिर गए। इसी तरह सर्विस बुक को लेकर कहा गया है कि शिक्षकों की सर्विस बुक मिल नहीं रही।' इसके अलावा हरिद्वार के कुछ विद्यालयों से उपस्थित चल रहे शिक्षकों की सूची अब तक नहीं सौंपी गई है।
पिछले डेढ़ माह से इस मामले की जांच कर रही एसआइटी की टीम कई दफा हरिद्वार के शिक्षा अधिकारी से वहां 2014 से 2016 के बीच भर्ती हुए शिक्षकों के सत्यापित शैक्षणिक दस्तावेज मांग चुकी है। मगर शिक्षा अधिकारी ने एसआइटी के निर्देश को गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में एसआइटी ने उन्हें नोटिस भेजा। अब एसआइटी को इस मामले में हरिद्वार जिले से खंड शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी और मुख्य शिक्षा अधिकारी के जवाब मिलने लगे हैं। मगर नोटिस के जवाब में जो लिखा गया है वह गले नहीं उतर रहा। छह शिक्षकों के बारे में मिली रिपोर्ट तो काफी बचकानी है। इन शिक्षकों की रिपोर्ट में लिखा है कि तीन शिक्षकों के मूल प्रमाण पत्र खो गए हैं। ये प्रमाण पत्र एक काले बैग में थे और यह बैग लालढांग में बाइक पर जाते वक्त गुम हो गया। इस बारे में पुलिस को भी बताया गया है। वहीं बाकी के तीन शिक्षकों के प्रमाण पत्र नदी पार करते वक्त बह जाने की बात कही गई है।
इसी तरह अन्य शिक्षकों के प्रमाणपत्र को लेकर भी बचकाने जवाब दिए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि सर्विस बुक में भी कई शिक्षकों का ब्योरा नहीं मिल रहा। एसआइटी प्रभारी एएसपी श्वेता चौबे ने बताया कि ऐसी रिपोर्ट पढ़कर हैरानी हो रही है। इस संबंध में शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया है। हरिद्वार गई टीम को गायब चल रहे 60 शिक्षकों की सूची भी नहीं दी गई।
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