मेहूंवाला ग्राम प्रधान के निर्वाचन पर संकट,जांच
जागरण संवाददाता, देहरादून : जनपद में मेहूंवाला माफी के निर्वाचित ग्राम प्रधान के निर्वाचन पर संकट खड़
जागरण संवाददाता, देहरादून : जनपद में मेहूंवाला माफी के निर्वाचित ग्राम प्रधान के निर्वाचन पर संकट खड़ा हो गया है। अदालत ने पटेलनगर पुलिस को चुनाव से जुड़े सभी दस्तावेजों की जांच विधि विज्ञान प्रयोगशाला से कराने के आदेश दिए हैं। जांच के बाद रिपोर्ट सौंपने के लिए 12 नवंबर तक का वक्त तय किया गया है। इस मामले में पराजित प्रत्याशी ने चुनाव में मत-पत्रों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अदालत की शरण ली थी।
जून में हुए ग्राम पंचायत के चुनाव में मेहूंवाला माफी ग्राम सभा में प्रधान पद पर चुनाव लड़े प्रत्याशी ताजदीन ने 18 जुलाई को अदालत में प्रार्थना पत्र देकर चुनाव में धांधली की शिकायत की थी। ताजदीन का आरोप है कि कुछ लोगों द्वारा साजिश रची गई और कई मत-पत्रों में अंगूठे के निशान लगा दिए। उसने दावा किया कि मत-पत्रों के निरस्त होने की वजह से वह चुनाव हार गया। ताजदीन ने निरस्त किए मत-पत्रों में अंगूठों के निशान की जांच विधि विज्ञान प्रयोगशाला से कराने की गुहार लगाई थी। इस पर मंगलवार को प्रथम अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मनींद्र मोहन पांडेय की अदालत ने सुनवाई करते हुए माना कि तथ्यों को देखते हुए मामले की जांच कराई जानी जरूरी लगती है। अदालत ने पटेलनगर थाना पुलिस को आदेश दिए कि चुनाव से संबंधित सभी जरूरी दस्तावेज निर्वाचन अधिकारी से लेने के बाद विधि विज्ञान प्रयोगशाला से जांच कराएं। विधि विज्ञान प्रयोगशाला से जांच के लिए अगर कोई फीस अपेक्षित है तो उसका भुगतान प्रार्थी द्वारा किया जाएगा। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 12 नवंबर तय की है।