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सीएम ने गढ़वाली व कुमाऊंनी में किया ट्वीट, बोली के प्रचार-प्रसार के लिए लोगों से अपील की

गढ़वाली व कुमाऊंनी बोली के प्रचार-प्रसार के लिए सीएम ने एक अनूठी पहल की गई है। सीएम ने अपने ट्वीटर अकाउंट में गढ़वाली व कुमाऊंनी बोली में ट्वीट कर लोगों से इसके प्रचार की अपील की।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 27 Jul 2017 06:23 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jul 2017 08:57 PM (IST)
सीएम ने गढ़वाली व कुमाऊंनी में किया ट्वीट, बोली के प्रचार-प्रसार के लिए लोगों से अपील की
सीएम ने गढ़वाली व कुमाऊंनी में किया ट्वीट, बोली के प्रचार-प्रसार के लिए लोगों से अपील की

देहरादून, [जेएनएन]: गढ़वाली व कुमाऊंनी बोली के प्रचार-प्रसार के लिए एक अनूठी पहल की गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गढ़वाली व कुमाऊंनी बोली को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल किए जाने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि गढ़वाली व कुमाऊंनी बोली को दर्जा दिलाने की मांग पहले भी संसद में भी उठाई जा चुकी है और यह प्रयास जारी है। 

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 उत्तराखंड की लोक भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र द्वारा सोशल मीडिया में भी गढ़वाली, कुमाऊंनी व उत्तराखंड की अन्य बोली भाषा में आम-जन से संवाद स्थापित किया जा रहा है। जिसकी शुरूआत आज मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीटर अकाउंट में गढ़वाली व कुमाऊंनी बोली में ट्वीट कर की गई।

 मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सदैव अपनी संस्कृति, बोली/भाषा से जुड़ाव रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज का युवा सोशल मीडिया में अधिक सक्रिय है। सोशल मीडिया में अपनी लोक भाषा गढ़वाली, कुमाऊंनी व उत्तराखंड की अन्य बोली भाषा में संवाद करने से युवा पीढ़ी के साथ-साथ भावी पीढ़ी को भी अपनी बोली व संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा। सीएम ने लोगों से अपेक्षा की है कि वे समय-समय पर सोशल मीडिया पर गढ़वाली, कुमाऊंनी व उत्तराखंड की अन्य बोली भाषा में भी उनसे संवाद स्थापित करेंगे।

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