यम से मांगी भाई की लंबी आयु
जागरण संवाददाता, देहरादून: भाई-बहन के स्नेह का पर्वभैयादूज द्रोणनगरी में धूमधाम से मनाया गया। बहनों
जागरण संवाददाता, देहरादून: भाई-बहन के स्नेह का पर्वभैयादूज द्रोणनगरी में धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने भाइयों का तिलक कर उनकी लंबी उम्र की कामना की। भाइयों ने भी बहन को रक्षा का वचन दिया।
पंच कल्याणी श्रृंखला के अंतिम पर्व भैयादूज के साथ शनिवार को दीपोत्सव ने विराम लिया। भैयादूज का देवभूमि उत्तराखंड में खास महत्व है। इसी दिन प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट बंद किए जाते हैं। मान्यता है कि यमराज अपनी बहन यमुना से मिलने इस दिन यमुनोत्री आते हैं। इसलिए भैयादूज को यम द्वितीया भी कहा जाता है। माना जाता है कि इस दिन नरक के कपाट भी बंद रहते हैं।
धनतेरस, छोटी दीपावली, दीपावली और गोवर्धन पूजा के बाद शनिवार को भैयादूज का पर्व द्रोणनगरी में उल्लास के साथ मनाया गया। भाई-बहन के इस पर्व में स्नेह के साथ श्रद्धा और विश्वास की भावना भी कूट-कूटकर भरी है। शनिवार सुबह बहनों ने भाइयों को तिलक कर उन्हें नारियल भेंट किया। साथ ही यमराज से भाई की लंबी उम्र की कामना की। भाइयों ने रक्षा के वचन के साथ बहनों को मिठाइयां और उपहार भेंट किए। इसके बाद बहनों ने पहले भाइयों को भोजन कराया और फिर खुद ग्रहण किया।
बहनें दूर रहने वाले भाइयों की सुबह से ही राह तकती रहीं। भाई को तिलक करने से पहले वह भूखी रहीं। लेकिन, इस अटूट प्रेम के पर्व में भूख की कोई अहमियत नहीं थी। बहनों की अभिलाषा थी तो सिर्फ भाई की एक झलक पाने की।