दशा और दिशा को लेकर टिकी सरकार पर नजर
राज्य स्थापना दिवस पर उत्तराखंड वासियों की नजरें सरकार पर टिकी हुर्इ है। उन्हें उम्मीद है कि उत्तराखंड का भविष्य उज्जवल होगा और सरकार उन्हें निराश नहींं करेगी।
देहरादून, [विकास गुसाईं]: राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेशवासियों की नजरें सरकार पर टिकी हुई हैं। यह नई सरकार का पहला स्थापना दिवस है। इस लिहाज से पिछले सात महीनों में प्रदेश के विकास के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए और भविष्य की क्या योजना है, इस सवाल का जवाब सरकार को जनता को देना है। राज्य स्थापना दिवस इसके लिए सबसे मुफीद समय है। माना जा रहा है कि इस मौके पर सरकार आने वाले निकाय और लोकसभा चुनावों को देखते हुए अपनी उपलब्धियां पेश करने के साथ ही आगामी वर्षों का रोडमैप प्रदेशवासियों से साझा करेगी।
उत्तराखंड अपना 17 वां वर्ष स्थापना दिवस मना रहा है लेकिन यह कड़वा सच है कि विकास को अभी तक अपेक्षित गति नहीं मिल पाई है। अभी भी प्रदेश के सामने तमाम चुनौतियां हैं तो विकास की संभावनाओं की भी कमी नहीं है। जरूरत है तो इन्हें मूर्त रूप देने की। प्रदेश में इस समय भाजपा सत्ता में है। जीरो टॉलरेंस और डबल इंजन का वादा लेकर सत्ता में पहुंची भाजपा सरकार से जनता को तमाम उम्मीदें हैं। अपने सात माह के अल्प कार्यकाल में सरकार के पास उपलब्धियां थोड़ी कम हैं लेकिन करने को बहुत कुछ है। हाल ही में हुआ रैबार कार्यक्रम प्रदेश को संभावनाओं के मार्ग दिखा गया है।
सरकार ने कुछ क्षेत्रों में सकारात्मक पहल भी की हैं मगर इनका परिणाम आने में अभी वक्त लगेगा। इस समय सरकार के सामने दो बड़े चुनाव है। एक वर्ष 2018 में होने वाले निकाय चुनाव और फिर वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव। निकाय चुनावों में जनता मौजूदा परिस्थितियों के हिसाब से अपने जनप्रतिनिधियों को चुनती है। प्रदेश के अधिकांश निकायों में इस समय भाजपा काबिज है। इन निकाय चुनावों के नतीजे लोकसभा चुनावों में दलों की स्थिति की एक प्रारंभिक तस्वीर के रूप में देखे जाएंगे। जाहिर है कि ऐसे में प्रदेश के सभी दल निकाय चुनावों में पूरी ताकत के साथ उतरेंगे। प्रदेश सरकार भी इस बात को समझ रही है और माना जा रहा है कि स्थापना दिवस के संबोधन में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जनता को सकारात्मक संदेश देंगे।
अभी तक प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस को अपना मुख्य हथियार बना कर सामने आई है। एनएच-74 घोटाले, खाद्यान्न घोटाला व छात्रवृति घोटाले समेत अन्य मामलों में सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। केदारनाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पुनर्निर्माण कार्यों का शिलान्यास व नई केदारपुरी की स्थापना का जो संकल्प लिया है वह प्रदेश सरकार की एक अहम उपलब्धि है। इसके अलावा ऑल वेदर रोड और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन भी सरकार अपनी उपलब्धियों में जोड़ रही है। रैबार कार्यक्रम में बड़ी संख्या में देश के विभिन्न अहम पदों पर आसीन उत्तराखंड वासियों की उपस्थिति और यहां मिले सुझाव को अपने रोडमैप में शामिल करने का संकल्प भी सरकार अपनी उपलब्धियों से जोड़ सकती है। माना जा रहा है कि स्थापना दिवस पर सरकार पर्वतीय क्षेत्रों के लिए विशेष कार्ययोजना साझा करने के साथ ही मैदानी जिलों की समस्याओं को दूर करने की योजना प्रदेवासियों के सम्मुख रखेगी।
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