दूध पीएं, मूंछ बनाएं और ले जाएं पुरस्कार
राज्य ब्यूरो, देहरादून राज्य सरकार बच्चों को दूध पीने पर जोर देगी। इसके लिए अनोखी प्रतियोगिता होगी
राज्य ब्यूरो, देहरादून
राज्य सरकार बच्चों को दूध पीने पर जोर देगी। इसके लिए अनोखी प्रतियोगिता होगी। 15 वर्ष तक बच्चों को दूध पिलाया जाएगा और जिस बच्चे की दूध पीने से जितनी बढि़या मूंछ बनेगी, उसे पुरस्कृत किया जाएगा। ये प्रतियोगिता पूरा हफ्ता चलेगी।
एक जून को विश्व दूध दिवस है। राज्य सरकार एक जून से हफ्तेभर तक उपभोक्ता जागरूकता सप्ताह मनाएगी। प्रदेश के दुग्ध विकास एवं सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि ये आयोजन जिला, ब्लॉक मुख्यालयों और नगरपालिका क्षेत्रों में होंगे। इसमें सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, जिलाधिकारी एवं संबंधित उपजिलाधिकारी एवं विकासखंड अधिकारी शिरकत करेंगे। इस मौके पर दूध के मिलावट की जांच को 'दूध का दूध, पानी का पानी' कार्यक्रम होगा। इसमें उपभोक्ताओं को दूध में पानी की मिलावट व अन्य मिलावट का पता लगाने वाली किट वितरित की जाएगी।
बच्चों को दूध पीने के लिए प्रोत्साहित करने को 'दूध की मूंछ' प्रतियोगिता होगी। इसमें 15 वर्ष की आयु तक बच्चों को दूध पिलाया जाएगा। जिन बच्चों की दूध पीने से मूंछ बनेगी, उन्हें आंचल का लोगो वाला कॉफी मग दिया जाएगा। साथ में बच्चे का फोटो आंचल के फेसबुक पर अपलोड किया जाएगा। इसके साथ ही 'सेल्फी विद मिल्क' कार्यक्रम में फोटो खिंचवाने वाले बच्चों और बड़े लोगों के फोटो भी फेसबुक भी अपलोड किए जाएंगे। फेसबुक पर अधिक लाइक पाने वाले फोटो से संबंधित व्यक्ति को आंचल के दुग्ध उत्पादों की किट मुफ्त दी जाएगी। कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों को आंचल के दुग्ध उत्पादों को बगैर एजेंट रेट के उपलब्ध कराया जाएगा। इससे लोगों को तकरीबन 15 फीसद कम रेट पर आंचल के उत्पाद मिलेंगे।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष गंगा गाय योजना के तहत 1000 संकर नस्ल की गाय पशुपालकों को दी जाएंगी। इन गायों की खरीद पर 27000 सब्सिडी, 20 हजार रुपये लोन की सुविधा रहेगी। सरकार जल्द ही जैविक दूध की ब्रांडिंग भी करेगी। डॉ रावत ने बताया कि तकरीबन 2600 दुग्ध समितियों में पहले चरण में 1134 को कंप्यूटरीकृत किया जाएगा। आंचल के जरिये दूध उत्पादन और विपणन को बढ़ावा देने को सरकार दूध विक्रय केंद्रों को रेफ्रीजरेटर, डीप फ्रीज, विजी कुलर, इंसुलेटेड मिल्क मार्केटिंग वैन, मिल्क कैन उपलब्ध कराएगी। यह कार्य केंद्र से मिली 20 करोड़ की राशि से किया जाएगा। आंचल के उत्पादों दही, पेड़ा, चीज व घी को बाजार में प्रतिस्पर्धा में लाया जाएगा। आंचल का दूध सबसे अच्छा बताकर ब्रांडिंग होगी।