हरकी पैड़ी समेत संवरेंगे हरिद्वार के घाट
राज्य ब्यूरो, देहरादून हरिद्वार में प्रमुख स्नान पर्व के मौकों पर भीड़ का दबाव कुछ घाटों पर बढ़ जात
राज्य ब्यूरो, देहरादून
हरिद्वार में प्रमुख स्नान पर्व के मौकों पर भीड़ का दबाव कुछ घाटों पर बढ़ जाता है। इस स्थिति से बचने के लिए मौजूदा घाटों के विस्तार और सौंदर्यीकरण की जरूरत है। इसके साथ ही जो घाट विकसित नहीं हो पाए, उनका पुनरुद्धार करने की तैयारी है। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने इस मामले में केंद्रीय जल संसाधन मंत्री से मुलाकात के दौरान 10 करोड़ रुपये की मांग की।
हरिद्वार में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पवित्र गंगा स्नान के लिए पहुंचते हैं। कुंभ और अर्द्धकुंभ के साथ ही तमाम प्रमुख स्नानों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार आते हैं। ऐसे में सीमित घाटों पर भीड़ का दबाव रहता है। इससे कई बार हादसे की स्थिति भी बनती है। भीड़ के दबाव को कम करने और स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार ने हरिद्वार के घाटों की स्थिति में सुधार की योजना तैयार की है। इसके साथ ही हरकी पैड़ी पर भी सुविधाएं विकसित करने की योजना है। हरकी पैड़ी पर लाइट एंड साउंड के माध्यम से गंगा आरती को भव्यता देने की भी योजना है। साथ ही हरकी पैड़ी पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने, श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं विकसित किए जाने, महिलाओं के लिए और सुविधाएं विकसित किए जाने की योजना है।
इसके साथ ही घाटों पर सुरक्षा इंतजाम, नहाने के लिए पक्केनिर्माण किए जाएंगे। रोशनी की समुचित व्यवस्था की जाएगी और घाटों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान के साथ मुलाकात में इस प्रस्ताव को रखा गया। साल 2010 में भी सरकार ने नए घाटों के निर्माण और मौजूदा घाटों के विकास के माध्यम से कुंभ के दौरान भीड़ के दबाव को कम किया था। अब इसी योजना को विस्तार दिया जाना है। इसके लिए केंद्र सरकार से 10 करोड़ रुपये की मांग की गई है। जल संसाधन मंत्री ने इस पर सैद्धांतिक सहमति दी है। उम्मीद है कि जल्द ही यह योजना धरातल पर उतरेगी।