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जान पर भारी न पड़ जाए अनदेखी

संवाद सहयोगी, विकासनगर: पछवादून के सरकारी दफ्तर अग्नि सुरक्षा के प्रति लापरवाह बने हुए हैं। यहां के

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Mar 2017 07:01 PM (IST)Updated: Sun, 19 Mar 2017 07:01 PM (IST)
जान पर भारी न पड़ जाए अनदेखी
जान पर भारी न पड़ जाए अनदेखी

संवाद सहयोगी, विकासनगर: पछवादून के सरकारी दफ्तर अग्नि सुरक्षा के प्रति लापरवाह बने हुए हैं। यहां के नगर निकाय कार्यालयों सहित तमाम अन्य सरकारी कार्यालय में अग्निशमन यंत्र नहीं लगे हुए हैं। आलम यह है कि पछवादून के सबसे बड़े कार्यालय तहसील कार्यालय में भी अग्निशमन यंत्र नहीं लगाए गए हैं, जबकि यहां महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेजों का जखीरा हैं, जिनका संबंध जनता के कल्याण से है। यही हाल यहां की शिक्षण संस्थाओं का भी है, जहां हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। गर्मी में अग्निकांड की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जिससे भारी नुकसान हो सकता है।

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पछवादून में लाखों की आबादी पर सेलाकुई व डाकपत्थर दो फायर स्टेशन हैं जो आम जनता को अग्नि सुरक्षा के उपाय बताने के लिए समय समय पर अभियान चलाते रहते हैं, लेकिन इन अभियानों का यहां के हाकिमों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। तभी तो कोई भी हाकिम अपने दफ्तर में अग्नि सुरक्षा के उपाय नहीं कर रहा है। ऐसे में आग लगने पर सरकारी दफ्तरों से कई किमी दूर स्थित फायर ब्रिगेड के कर्मियों का इंतजार करने के अलावा सरकारी कार्यालयों के पास कोई चारा नहीं है। आलम यह है कि तहसील कार्यालय में भी अग्नि सुरक्षा के कोई उपाय नहीं हैं, यहां अग्निशमन यंत्र तक नहीं लगे हुए हैं, जबकि तहसील कार्यालय में दर्जनों कर्मियों के अलावा हर रोज हजारों लोग अपने काम के सिलसिले में आते हैं, साथ तहसील में राजस्व व भूमि संबंधी महत्वपूर्ण दस्तावेज व कई वादों से संबंधित फाइलें भी रहती हैं, ऐसे में अग्निकांड होने पर इन दस्तावेजों को कैसे बचाया जाएगा इसका जवाब किसी के पास नहीं है। यही हाल पछवादून के सरकारी अस्पतालों का भी है जहां हर रोज हजारों मरीज इलाज कराने आते हैं और दर्जनों मरीज यहां भर्ती भी रहते हैं, लेकिन यहां भी अग्नि शमन यंत्र नहीं लगे हुए हैं। सबसे बुरे हाल सरकारी स्कूलों का है, जिनके भवन तो जीर्ण शीर्ण हैं ही, साथ ही इनमें बिछी बिजली की लाइनें भी दशकों पुरानी होने के साथ क्षतिग्रस्त भी है, ऐसे में इन स्कूलों में शॉर्ट सर्किट होने का खतरा बना रहता है और इनमें से अधिकांश स्कूलों की नजदीकी फायर स्टेशन से दूरी पचास से साठ किमी तक है। उधर, जिलाधिकारी रविनाथ रमन ने कहा कि प्रत्येक सरकारी कार्यालय को हर वर्ष अग्नि शमन केंद्र के माध्यम से नोटिस जारी कर अग्निशमन यंत्र लगाने के निर्देश दिए जाते हैं। स्थानीय प्रशासन को भी सभी सरकारी कार्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए जाएंगे।

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पछवादून में अग्निशमन यंत्र विहीन सरकारी कार्यालय: वाणिज्य कर कार्यालय, तहसील कार्यालय, नगर पालिका कार्यालय विकासनगर, नगर पालिका कार्यालय हरबर्टपुर, जल संस्थान कार्यालय, रेशम विभाग कार्यालय, ¨सचाई विभाग, उप कोषागार, रजिस्ट्रार कार्यालय, ब्लाक कार्यालय विकासनगर, सहसपुर, खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय विकासनगर, खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय सहसपुर, उपखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय विकासनगर, सहसपुर।

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-शैक्षणिक संस्थान: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर, राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थान, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, इंटर कालेज-20, हाईस्कूल-38, जूनियर स्कूल- 79, प्राथमिक स्कूल- 216

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स्वास्थ्य केंद्र: सीएचसी-2, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र-20, उप स्वास्थ्य केंद्र-15

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