सेंट्रल:: साधकों ने किया सूर्य क्रिया का अभ्यास
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिजॉर्ट में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिजॉर्ट में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में योग साधकों ने सूर्योदय के समय सूर्य क्रिया का अभ्यास किया। प्रख्यात योगाचार्य स्वामी सूर्येंदु पुरी ने कहा कि सूर्य शक्ति का सबसे बड़ा स्त्रोत है, अगर हम थोड़ी सी भी सूर्य की ऊर्जा को शरीर में ग्रहण कर पाएं तो हम स्वस्थ सबल व निरोगी हो सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के तीसरे दिन छठ पूजा घाट पर स्वामी सूर्येंदु पुरी ने योग साधकों को सूर्य क्रिया की उपयोगिता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि योग न केवल तन मन के शुद्धीकरण का माध्यम है, वरन बेहतर विश्व बनाने व भावी पीढ़ी को सुयोग्य व सक्षम बनाने में भी कारगर सबित हो सकता है। गंगा रिजॉर्ट में आदियोगी शिव सभागार में पूर्व राज नयिक व योगाचार्य सीएम भंडारी ने कहा कि विद्या शाश्वत है वह बदल नहीं सकती। दूसरी ओर महर्षि वशिष्ठ सभागार में आचार्य प्रतिष्ठा ने योग साधकों को विरेचन क्रिया के बारे में बताते हुए कहा कि यह क्रिया क्रोध, कुंठा व तनाव को दूर कर तन-मन को शुद्ध करती है। महर्षि वशिष्ठ सभागार में ज्ञान सागर, महर्षि पंतजलि योग मंडप में शांति माई, महर्षि विश्वमित्र सभागार में ऊषा देवी ने सुबह के सत्र में योग साधकों को योग व प्राणायाम का अभ्यास कराया।
वहीं दूसरे सत्र मे पद्मश्री डॉ. भारतभूषण, स्वामी सुर्येन्दु पुरी, योगी अमृत देसाई, सीएम भंडारी, सुरक्षित गोस्वामी और पंडित राधेश्याम मिश्रा ने योग व प्राणायाम पर गहन परिचर्चा की। जिसमें योग साधकों की समस्याओं व जिज्ञासाओं का निस्तारण किया गया। अंरराष्ट्रीय योग महोत्सव के दौरान गंगा रिजॉर्ट परिसर में विभिन्न सरकारी व गैरसरकारी संस्थाओं व विभागों की प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। प्रदर्शनी में निर्मल गंगा, खादी ग्राम उद्योग, आयुर्वेदिक व युनानी सेवा उत्तराखंड, नाड़ी योग, उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प कला, पिटकुल, यूजेवीएन आदि के स्टाल प्रमुख रूप से शामिल हैं। प्रदर्शनी में नाड़ी योग चिकित्सा पर निश्शुल्क परामर्श शिविर भी लगाया गया है। जिसमें स्थानीय लोगों व अन्य शिविरार्थियों को चिकित्सा परामर्श दिया जा रहा है।