जिला मुख्यालयों पर गरजे शिक्षक, स्कूल रहे बंद
जागरण संवाददाता, देहरादून: उच्च प्राथमिक विद्यालयों के पृथक संचालन, वेतन विसंगति दूर करने, सीआरसी, ब
जागरण संवाददाता, देहरादून: उच्च प्राथमिक विद्यालयों के पृथक संचालन, वेतन विसंगति दूर करने, सीआरसी, बीआरसी परीक्षा का परिणाम घोषित करने, पदोन्नति, सत्रांत लाभ का सरलीकरण करने समेत शिक्षकों की 17 सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार को प्रदेशभर के प्राथमिक शिक्षकों ने अवकाश लेकर जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया और जिला अधिकारियों के माध्यम से विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक को ज्ञापन भेजा।
मांगों पर कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित प्रदेश के प्राथमिक शिक्षकों ने 22 अगस्त को चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया था। पहले चरण में खंड स्तर का आंदोलन के बाद बुधवार को दूसरे चरण के आंदोलन के तहत जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया गया। सभी जनपदों में शिक्षकों ने एकत्रित होकर जिला मुख्यालय कूच किया। जिला अधिकारियों के माध्यम से विभाग को ज्ञापन भेजे गए। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री दिग्विजय सिंह चौहान ने कहा कि शिक्षकों में सरकार के रवैये को लेकर आक्रोश है। कई दौर की बैठकों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। जिन मांगों पर सहमति बनी थी, उन्हें भी पूरा नहीं किया गया। शासन, सरकार और विभाग शिक्षकों की मांगों पर कार्रवाई के बजाय मामले को इधर से उधर घुमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होती तो तीसरे चरण में 19 सितंबर को प्रदेशभर से शिक्षक देहरादून स्थित शिक्षा निदेशालय में एकत्र होंगे और धरना देंगे। इस दौरान महानिदेशक शिक्षा और बेसिक शिक्षा निदेशक को ज्ञापन दिए जाएंगे। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर चतुर्थ चरण में 20 सितंबर को शिक्षक पवेलियन मैदान में एकत्र होकर सचिवालय कूच करेंगे और मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे। इसके बाद भी मांगों पर कार्रवाई नहीं होने पर 21 सितंबर को प्रांतीय पदाधिकारी बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे।
बारिश में भी डटे रहे शिक्षक
दूसरे चरण के आंदोलन के तहत देहरादून जनपद के तमाम शिक्षक परेड ग्राउंड में एकत्र हुए। इस दौरान तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश के बावजूद शिक्षक डटे रहे। शाम करीब 3.30 बजे शिक्षकों का जुलूस कलक्ट्रेट पहुंचा। यहां पर शिक्षकों ने विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी कार्यालय को सौंपा। संघ के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र कृषाली ने जानकारी जी कि पहले चरण में 22 से 30 अगस्त तक विकास खंडवार खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में धरना-प्रदर्शन सफल रहा। अब दूसरे चरण में जिला अधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया है। उन्होंने कहा कि अगर अब भी समाधान नहीं हुआ तो शिक्षक आंदोलन जारी रखेंगे। इस मौके पर राजेंद्र सिंह गुसाईं, रुक्मणी भदोला, सुरेश चंद्र पाल, चंद्र प्रकाश पाल, संदीप सोलंकी, सुभाष कुकरेती, जेपी उनियाल, खेमकरण क्षेत्री, सुधा मधवाल, प्रमोद रावत, नीलिमा नेगी, विनोद लखेड़ा, पार्वती जोशी, दिवाकर सजवाण, नीलम बिष्ट, अशोक रावत आदि मौजूद थे।
शिक्षकों की मांगों पर कार्रवाई होने तक आंदोलन जारी रहेगा। तीसरे चरण के आंदोलन की तिथि से पहले मांगों पर सहमति बनी तो आंदोलन स्थगित किया जाएगा। अन्यथा मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखा जाएगा।
निर्मला महर, प्रदेश अध्यक्ष, उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ