मेडिकल स्टोर्स में खामियां ही खामियां
जागरण संवाददाता, देहरादून: औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने मंगलवार को शहर के तीन बड़े अस्पतालों में छाप
जागरण संवाददाता, देहरादून: औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने मंगलवार को शहर के तीन बड़े अस्पतालों में छापेमारी की। इस दौरान अस्पताल परिसर में संचालित दवा की दुकानों में बड़ी खामिया पायी गई। कहीं दुकान संचालक और फार्मेसिस्ट नदारद मिले और कहीं लाइसेंस की अवधि समाप्त। एक लाइसेंस पर चार स्टोर भी चलते पाये गए।
प्रदेशभर में निजी अस्पताल व मेडिकल कॉलेजों के भीतर संचालित मेडिकल स्टोर्स में खामियों की शिकायत लगातार विभाग को मिल रही थी। जिस पर औषधि नियंत्रक ताजबर सिंह ने सघन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। औषधि निरीक्षक अनीता भारती ने सूर्या अस्पताल, कनिष्क अस्पताल के एडी मेडिकोज और श्री महंत इंदिरेश अस्पताल के साई मेडिकल स्टोर व श्री गुरु कृपा मेडिकल स्टोर में छापेमारी की। टीम को सूर्या अस्पताल में अधिकाश व्यवस्थाएं दुरुस्त मिली। टीम ने यहां दो दवाओं के सैंपल लिए हैं। कनिष्क अस्पताल में संचालित एडी मेडिकल स्टोर की लाइसेंस अवधि समाप्त थी। साथ ही लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आवेदन भी नहीं किया गया था। स्टोर पर न मालिक मिला और न फार्मेसिस्ट। दवाओं की बिलिंग आदि भी व्यवस्थित नहीं थी। जिस पर टीम ने दवाओं की बिक्री बंद करने के निर्देश दिए। बाद में चिकित्सकों की गुजारिश व भर्ती मरीजों की परेशानी को देखते हुए केवल आइपीडी में दवा बेचने की अनुमति दी गई।
श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में साईं मेडिकल स्टोर के संचालक को सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए। यहां से तीन इंजेक्शन के सैंपल भी लिए गए। श्री गुरु कृपा मेडिकल स्टोर का संचालक एक ही लाइसेंस पर तीन स्टोर संचालित करता पाया गया। साथ ही बिलिंग की भी गड़बड़ी पाई गई। टीम ने अन्य तीन मेडिकल स्टोर बंद कराने के साथ ही सूचना थाना पटेलनगर को दे दी है। इस दौरान अस्पताल परिसर में संचालित दवा की दुकानों पर तीन-तीन फार्मेसिस्ट रखने के भी निर्देश दिए हैं। ताकि प्रत्येक फार्मेसिस्ट आठ-आठ घटे ड्यूटी करे।