जरूरतमंदों को ही मिले आरक्षण का लाभ
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: अखिल भारतीय समानता मंच की ओर से आयोजित विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने आरक्ष
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:
अखिल भारतीय समानता मंच की ओर से आयोजित विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने आरक्षण की परिपाटी को भविष्य के लिए गंभीर समस्या बताते हुए सिर्फ जरूरतमंदों को ही आरक्षण देने की मांग की।
नगर पालिका मुनिकीरेती के सभागार में रविवार को अखिल भारतीय समानता मंच की विचार गोष्ठी आयोजित की गई। 'आरक्षण: कितना सही और कितना गलत' विषय पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए मंच के मुख्य संरक्षक डीपी सकलानी ने कहा कि वर्तमान दौर में आरक्षण प्रणाली बढ़ती ही जा रही है। कई प्रांतों में कई वर्ग आरक्षण की मांग कर रहे हैं और उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है। उन्होंने कहा कि आरक्षण की मांग और इसके पक्ष में चल रहे आंदोलन कई जगह तो हिंसक रूप ले रहे हैं और सरकारें ऐसे मामलों में असहज हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आरक्षण की व्यवस्था जरूरतमंदों के लिए होनी चाहिए। वर्षो से जिन लोगों को आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है उन में से कई वर्ग आज सुसंपन्न हो गए हैं। ऐसे में सरकारों को चाहिए कि सिर्फ ऐसे लोगों को आरक्षण दे, जिन्हें इसकी सबसे अधिक जरूरत हो। गोष्ठी के आयोजक एलपी रतूड़ी ने कहा कि राजनैतिक दल अपने वोट बैंक के लिए आरक्षण का बीज बो कर समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं। इस अवसर पर मंच की ऋषिकेश तहसील इकाई का गठन कर हरि प्रसाद गौड़ को संयोजक, घनश्याम माणिक, नरेंद्र चंद्र शर्मा, भरत मणि कुड़ियाल, आरएस बिष्ट, अनिल रावत, राजेश्वर डोभाल को सह संयोजक व डीपी सकलानी को मुख्य संरक्षक नियुक्त किया गया। बैठक में हस्तक्षेप मुहिम की मुख्य संयोजिका निधि डंगवाल, मंच के राष्ट्रीय महासचिव वीपी नौटियाल, केएस रावत, एके चतुर्वेदी आदि उपस्थित थे।