रंगयात्रा में बिखरे संस्कृति के विविध रंग
जागरण संवाददाता, देहरादून : दून घाटी रंगमंच की ओर से आयोजित 14वें भारत संस्कृति दर्पण नाट्य महोत्सव
जागरण संवाददाता, देहरादून : दून घाटी रंगमंच की ओर से आयोजित 14वें भारत संस्कृति दर्पण नाट्य महोत्सव के अंतिम दिन राष्ट्रीय रंगयात्रा निकाली गई। 14 प्रदेशों से आए कलाकारों ने लोक संस्कृति की अद्भुत छटा बिखेरी तो भ्रष्टाचार पर चोट करने के साथ स्वच्छ भारत का संदेश भी दिया गया।
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय से रंगयात्रा का शुभारंभ राजपुर विधायक राजकुमार ने हरी झंडी दिखाकर किया। यहां से घंटाघर, पल्टन बाजार, धामावाला, हनुमान चौक होते हुए राजा रोड स्थित कालूमल धर्मशाला में रंगयात्रा समाप्त हुई। तथास्तु कला केंद्र बीकानेर के कलाकार 'कयामत की दस्तक' नाटक का मंचन करते हुए चल रहे थे। कला श्रृंगार नृत्य अकादमी नागपुर के कलाकार लावणी नृत्य से मन मोह रहे थे। भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी धमतरी छत्तीसगढ़ के कलाकार स्वच्छ भारत का संदेश दे रहे थे। शारदा नाट्य मंच झारखंड के कलाकारों ने देश में मजबूत होतीं भ्रष्टाचार की जड़ें और महिलाओं की स्थिति पर शानदार झांकी प्रस्तुत की। साश्वत संस्थान छत्तीसगढ़ ने बारामासी नृत्य और बस्तर की शानदार पेशकश दी। पूरी द्रोणनगरी विभिन्न प्रदेशों के सांस्कृतिक रंगों से रंगी नजर आई। इससे पहले कांग्रेस भवन में हुए कार्यक्रम में दर्जाधारी राजेंद्र शाह, कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, कांग्रेस की प्रदेश सचिव आशा टम्टा, पार्षद डॉ. विजेंद्र चौहान, दून घाटी रंगमंच के संस्थापक अध्यक्ष नाट्यभूषण लक्ष्मी नारायण, महासचिव महेश नारायण, संयोजक सोमप्रकाश वाल्मीकि, मीडिया प्रभारी अनिल वर्मा, बीएस जिंदल, चिराग थापा, प्रदीप कन्नौजिया आदि मौजूद रहे। वहीं, शाम को नगर निगम प्रेक्षागृह में कलाकारों से पुरस्कार बांटे गए।
गर्मी से बेहोश हुई कलाकार
कांग्रेस भवन में सिर्फ मंच पर शामियाना लगाया गया था। सभी कलाकार धूप में तप रहे थे। क्योंकि, मुख्य अतिथि का इंतजार हुआ था। इसी दौरान गर्मी के कारण एक कलाकार बेहोश हो गई, जिसे तत्काल उठाकर एक कक्ष में ले जाया गया और पानी पिलाने के साथ मुंह पर छींटे डाले गए। इसके कुछ देर बाद कलाकार की हालत कुछ सुधरी।