गंभीर बीमार 202 शिक्षकों के तबादले की सिफारिश
राज्य ब्यूरो, देहरादून गंभीर बीमारियों से खुद या पीड़ित बच्चों के माता पिता 202 शिक्षकों को तबादलों
राज्य ब्यूरो, देहरादून
गंभीर बीमारियों से खुद या पीड़ित बच्चों के माता पिता 202 शिक्षकों को तबादलों में राहत मिल सकती है। बुधवार को शिक्षा सचिव डी सेंथिल पांडियन की अध्यक्षता में तबादला समिति की बैठक में ऐसे शिक्षकों को राहत देने का निर्णय लिया गया। इस बाबत पत्रावली को अनुमोदन के लिए राज्यपाल को भेजा जाएगा। अनुमोदन मिलने पर बीते वर्ष से टकटकी बांधे बैठे इन शिक्षकों पर महकमे की करुणा बरस सकती है।
तबादला समिति की बुधवार को सचिवालय में हुई बैठक में उत्तराखंड शिक्षक प्रथम नियुक्ति, पदोन्नति एवं स्थानांतरण पर पदस्थापन नियमावली के निहित प्रावधानों के मुताबिक गंभीर बीमारी से पीड़ित शिक्षकों को राहत देने पर मंथन हुआ। बैठक में इस पर भी चर्चा हुई कि अनुरोध के आधार पर तबादलों का अधिक फायदा बीमारी से ग्रस्त शिक्षकों को नहीं मिल पा रहा है। इसमें पहली वरीयता पति-पत्नी शिक्षकों को दी जा रही है। महकमे में ऐसे शिक्षकों की संख्या अधिक होने की वजह से अनुरोध के आधार पर अधिक हिस्सेदारी उन्हें मिल रही है। इस वजह से गंभीर रूप से बीमार या पत्नी-पुत्र की बीमारी से परेशान शिक्षकों को बीते सत्र में तबादलों में राहत नहीं मिल पाई।
समिति ने नियमावली में दी गई 14 गंभीर बीमारियों से ग्रसित शिक्षकों या पति-पत्नी या पुत्र-पुत्री की बीमारी से त्रस्त शिक्षकों को सुगम स्थानों पर तैनाती की संस्तुति की है। इनमें प्राथमिक शिक्षा के तहत 117 और माध्यमिक शिक्षा के तहत 85 शिक्षकों को राहत देने की संस्तुति की गई है। तबादलों में राहत की यह सीमा तीन फीसद से अधिक होने की वजह से उक्त प्रकरणों को अनुमोदन के लिए राज्यपाल को भेजा जाएगा। समिति ने तबादलों के शिक्षकों की संस्तुति के मद्देनजर तबादला आदेश काउंसिलिंग के माध्यम से जारी किए जाने की संस्तुति भी की है।