कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा शुरू
जागरण संवाददाता, देहरादून: माता वैष्णो देवी मंदिर क्लेमेनटाउन में मंगलवार को भव्य कलश यात्रा के साथ
जागरण संवाददाता, देहरादून: माता वैष्णो देवी मंदिर क्लेमेनटाउन में मंगलवार को भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। सिर पर कलश लेकर चल रहीं महिलाएं भजनों से माहौल को भक्तिमय बना रहीं थी। शाम को कथा व्यास शिवप्रसाद ममगाई ने कहा कि धार्मिक आयोजनों से समाज में एकता और समरसता का भाव जागृत होता है।
उन्होंने कहा कि जीवन में भौतिक सुख-सुविधाओं में भले ही कितनी कमी आ जाए, पर भगवान की श्रद्धा कम नहीं होनी चाहिए। जो व्यक्ति खुद को प्रभु के चरणों में समर्पित कर देता है कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उस व्यक्ति का वैभव बढ़ता है और जीवन में शांति बनी रहती है। आचार्य ममगाई ने कहा कि मनुष्य को मोहमाया के जाल से मुक्त होना होगा। इसका सबसे बेहतर माध्यम है सत्संग, यानी संतों का संग। श्रीमद् भागवत कथा की महिमा बताते हुए कहा कि इस कथा का श्रवण करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इससे पहले कथा का शुभारंभ मुख्य अतिथि कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान मन्दिर समिति के अध्यक्ष केदारदत्त, शकुंतला गौड़, अनिल जोशी, आचार्य दिनेश भट्ट, मुकेश राठौर, महेश पांडे, अजय कोठारी, सुशील ममगाई, मोहन जोशी आदि मौजूद रहे।
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श्रद्धालुओं को किया भाव-विभोर
हरिओम आश्रम ट्रस्ट की ओर से गौतम कुंड चंद्रबनी में आयोजित श्रीराम कथा के तीसरे दिन पंडित कुशलानंद ने प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर किया। उन्होंने कहा कि प्रभु राम का जीवन हमारे लिए प्रेरणास्रोत है। पिता के वचन को पूरा करने के लिए भगवान राम वनवास चले गए थे। लेकिन, आज लोग अपने माता-पिता को वृद्धा आश्रमों में छोड़ देते हैं। हमें सोचना होगा कि ऐसा क्यों हो रहा है। युवाओं में संस्कारों की कमी होती जा रही है। ऐसे में श्रीराम कथा का महत्व और भी बढ़ जाता है।