रावत ने प्रभु से मांगीं रेल परियोजनाएं
राज्य ब्यूरो, देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु को पत्र लिखकर आगामी
राज्य ब्यूरो, देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु को पत्र लिखकर आगामी रेल बजट में राज्य की रेल परियोजनाओं को शामिल करने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के सीमित संसाधन और महत्वपूर्ण सामरिक स्थिति को देखते हुए सामरिक महत्व की परियोजनाओं को आर्थिक मानदंड प्रक्रिया से भी मुक्त रखने की मांग की है।
मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को लिखे पत्र में कहा है कि उत्तराखंड में आने वाले पर्यटक व तीर्थ यात्रियों की इतनी अधिक संख्या है कि इनके लिए सड़क मार्ग भी पर्याप्त नहीं है। सामरिक दृष्टि से भी उत्तराखंड नेपाल व चीन सीमा से जुड़ा हुआ है। उत्तराखंड एक विशेष श्रेणी का राज्य होने एवं राजस्व की कमी के कारण रेलवे परियोजनाओं के व्यय में अंशदान देने में असमर्थ है। ऐसे में सामरिक महत्व की परियोजनाओं को आर्थिक मानदंड से मुक्त रखना आवश्यक होगा। अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने सहारनपुर-विकासनगर-देहरादून के नए रेल मार्ग के निर्माण को आवश्यक बताया है। उन्होंने कहा कि सहारनपुर-देहरादून मार्ग का सर्वेक्षण कार्य पूरा हो चुका है। गैरसैंण को विकसित किया जा रहा है। ऐसे में वर्ष 2013-14 में स्वीकृत रामनगर-चौखुटिया रेलमार्ग पर जल्द कार्य हो। राष्ट्रीय सामरिक दृष्टि से अहम ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना को पूर्ण करने के लक्ष्य को त्वरित रूप से निर्धारित किया जाए। सामरिक दृष्टि से अहम टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन के निर्माण में शीघ्र क्रियान्वयन की आवश्यकता है। किच्छा-खटीमा रेल लाइन को त्वरित गति से बनाया जाए। देवबंद-रुड़की रेल मार्ग के लिए शीघ्र कार्यवाही हो। ऋषिकेश से डोईवाला तक नए रेल मार्ग के लिए बजट का अनुमोदन हो चुका है। इसका सर्वे भी पूरा हो गया है। इस पर त्वरित कार्यवाही की जाए। रेल बजट में हरिद्वार-कोटद्वार-रामनगर डायरेक्ट लिंक बनाने की घोषणा की जा चुकी है। काशीपुर, नजीबाबाद वाया धामपुर रेलवे लाइन का सर्वे पूरा हो चुका है। इसके निर्माण से यह लिंक पूरा हो सकेगा। रुड़की-पिरान कलियर, देहरादून-पुरोला, टनकपुर-जौलजीवी आदि नई रेल लाइनों के सर्वे की घोषणा विगत वर्षो के रेल बजट में घोषणा की गई थी। इन पर रेल मार्गो के निर्माण पर तत्काल कार्यवाही की आवश्यकता है। लालकुआं-मेलानी-टनकपुर-पीलीभीत-भोजीपुरा-बरेली सेक्शन के मीटर गेज को ब्रॉड गेज करने को रेल मंत्रालय द्वारा विगत वर्षो में स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके लिए जल्द पर्याप्त बजट की स्वीकृति आवश्यक है। उन्होंने पत्र में कहा कि रामनगर से दिल्ली के लिए सीधी द्रुतगामी नॉन-स्टॉप रेलगाड़ी का चलाया जाना नितांत आवश्यक है। दिल्ली से कोटद्वार जाने के लिए वाया नजीबाबाद रेल मार्ग निर्धारित किया जाए तो समय की बचत होगी। रानीखेत एक्सप्रेस में रामनगर के लिए एक प्रथम एसी यान अथवा आधा 1 ए कोच लगाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून एवं काठगोदाम से लखनऊ, वाराणसी, इलाहबाद के लिए एक दैनिक एक्सप्रेस रेल की नितांत आवश्यकता है।