..तो 'आशा' ने चुराई थी प्रेमनगर अस्पताल से बच्ची!
जागरण संवाददाता, देहरादून: लगभग ढाई माह पहले प्रेमनगर सरकारी अस्पताल में हुई बच्ची चोरी की घटना को ए
जागरण संवाददाता, देहरादून: लगभग ढाई माह पहले प्रेमनगर सरकारी अस्पताल में हुई बच्ची चोरी की घटना को एक आशा कार्यकत्री ने अंजाम दिया था। कार्यकत्री ने एक महिला को बच्ची बेचने का प्रयास भी किया था। लेकिन, पुलिस के राडार पर पहुंचने की भनक लगते ही वह भूमिगत हो गई। बताया जा रहा है कि अब महिला का फोन भी बंद आ रहा है।
गौरतलब है कि गत 19 सितंबर को प्रेमनगर निवासी राजेश की पत्नी अनिता ने प्रेमनगर अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया था। इस बीच अस्पताल में मौजूद एक महिला अनिता और उसकी सास के साथ काफी घुल-मिल गई। लेकिन, शाम को मौका मिलते ही वह महिला बच्ची को लेकर फरार हो गई। तब से पुलिस और एसआइटी चोरी गई बच्ची व उस महिला की तलाश में हाथ-पैर मार रही है। बताया जा रहा है कि इस मामले में किसी आशा कार्यकत्री का हाथ है। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि उक्त आशा कार्यकत्री ने दून के खुड़बुड़ा निवासी एक महिला को बच्ची बेचने का प्रयास भी किया था। लेकिन, मामला सुर्खियों में होने के कारण महिला ने बच्ची लेने से इंकार कर दिया। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने उक्त महिला से भी पूछताछ की और इसकी भनक लगते ही आरोपी महिला अंडर ग्राउंड हो गई। उसकी तलाश में हरिद्वार, सहारनपुर और रुड़की में छापेमारी चल रही है। महिला की अंतिम लोकेशन रुड़की और सहारनपुर के बीच बताई जा रही है। हालांकि, पुलिस इस मामले में अधिकृत रूप से कुछ भी नहीं कह रही। पुलिस कप्तान डॉ. सदानंद दाते ने बस इतना बताया कि पुलिस आरोपी की धरपकड़ के बेहद करीब है।
नहीं हो सका डीएनए मिलान
इस मामले में पुलिस को दिल्ली एम्स में भर्ती एक बच्ची से अनिता के डीएनए मिलान की युक्ति ने भी राहत नहीं दी है। अनिता का डीएनए टेस्ट तो करा लिया गया, लेकिन एम्स में भर्ती नवजात बच्ची का डीएनए टेस्ट अब तक नहीं हो सका है। पुलिस का तर्क है कि वह दिल्ली पुलिस के हाथ में है, लिहाजा वहां ज्यादा दबाव भी नहीं दिया जा सकता।