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बैंबू बोर्ड में बनेगा फाइबर सेल

राज्य ब्यूरो, देहरादून मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बैंबू बोर्ड को फाईबर सेल गठित करने और इसके लिए प्र

By Edited By: Published: Wed, 25 Nov 2015 01:23 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2015 01:23 AM (IST)

राज्य ब्यूरो, देहरादून

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मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बैंबू बोर्ड को फाईबर सेल गठित करने और इसके लिए प्रोसेसिंग व फिनिशिग सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए वित्तीय मदद सरकार द्वारा दी जाएगी।

बीजापुर अतिथि गृह में प्राकृतिक रेशों के उत्पादन एवं इसके व्यवसायिक उपयोग से संबंधित उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक रेशे को ग्रामीण क्षेत्रों की आर्थिकी से जोड़ने के लिए इसके उत्पादन व विपणन पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय व भरसार औद्यानिकी विश्वविद्यालय के साथ ही आईआईटी दिल्ली के टेक्सटाईल विशेषज्ञों से इस संबंध में तकनीकी सहयोग लेने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि संसाधनों के अभाव में गांव छोड़ने वालों की मदद के लिए प्राकृतिक रेशा व्यवसाय मददगार हो सकता है। राज्य सरकार प्राकृतिक रेशों से उत्पादित वस्तुओं को क्रय करने के साथ ही इस व्यवसाय को आर्थिकी से जोड़ने में उत्पादकों की पूरी मदद करेगी। उन्होंने कास्तकारों को वित्तीय सहयोग के लिए नाबार्ड के साथ ही कोआपरेटिव व ग्रामीण बैंकों से सस्ती दर पर ऋण देने को कहा, जिसकी गारंटी राज्य सरकार देगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय कंडाली, औद्योगिक भाग, भीमल, रामबास, भाबरघास आदि के प्राकृतिक रेशों के उत्पादन वाले क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा फिनिशिग सेंटर खोले जाएं। उन्होंने जायका व आइफेड से भी इसमें मदद करने को कहा। उन्होंने हिमाद्री के अंतर्गत इनके उत्पादों की भी मार्केटिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों पर प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाकर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिल सकता है। एपण की पेंटिंग को सरकारी कार्यालयों में लगाने की भी बात उन्होंने कही।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरीशचंद्र दुर्गापाल, मुख्य प्रधान सचिव मुख्यमंत्री राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, सचिव वित अमित नेगी, प्रबंध निदेशक सिडकुल आर राजेश कुमार, अपर निदेशक उद्योग सुधीर नौटियाल आदि उपस्थित थे।


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