संपत्तियों के नाम पर एक करोड़ 13 लाख की ठगी
जागरण संवाददाता, देहरादून: शहर में संपत्ति की सौदेबाजी के दो मामलों में एक करोड़ 13 लाख रुपये ठग लिए
जागरण संवाददाता, देहरादून: शहर में संपत्ति की सौदेबाजी के दो मामलों में एक करोड़ 13 लाख रुपये ठग लिए गए। कैंट क्षेत्र में रासायनिक पदार्थ कारोबारी को धोखे से मकान बेचकर 60 लाख रुपये ठगे गए तो पटेलनगर में एक पुरोहित व उनकी पत्नी से 53 लाख रुपये की ठगी हुई। पुलिस ने मामलों में मुकदमा दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।
कैंट थाने में गंगोत्री विहार चीड़ोवाली निवासी विनय शर्मा ने बताया कि उनका बल्लूपुर चौक के समीप रासायनिक पदार्थ का कारोबार है। वर्ष 2012 में राजेंद्रनगर निवासी प्रॉपर्टी डीलर बिजनवीर सिंह और उसके दो दोस्तों स्वपन मारवाह व सुनील मारवाह ने विनय को बताया कि वे अपनी राजेंद्रनगर स्थित संपत्ति बेचना चाह रहे हैं। उन्होंने विनय से 60 लाख रुपये में सौदा कर जमीन बेच दी। विनय जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे तो वहां कोई और पहले से काबिज था। विनय ने कागज निकलवाए तो पता चला कि जमीन किसी पूनम चौहान के नाम पर है। पूनम के संग बिजनवीर का संपत्ति विवाद का मामला चल रहा था और निचली अदालत ने पूनम के पक्ष में फैसला दिया था। मामला अब सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। आरोपी अब विनय की रकम वापस नहीं दे रहे। तीनों आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
वहीं, पटेलनगर थाने में ब्राह्मणवाला निवासी हेमलता ने निरंजनपुर निवासी दंपती प्रदीप जैन और बबीता पर 53 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। हेमलता के पति पुरोहित हैं। दो साल पहले प्रॉपर्टी डीलर प्रदीप ने अपने मकान का सौदा हेमलता से 54 लाख में तय किया। इस बीच हेमलता को पता चला कि मकान बैंक में बंधक है। मकान छुड़ाने के लिए प्रदीप ने हेमलता से 53 लाख रुपये एडवांस ले लिए। आरोप है कि मकान के बंधनमुक्त होने के बाद प्रदीप ने साजिश के तहत दूसरे बैंक से मकान पर 70 लाख रुपये का लोन ले लिया। हेमलता को यह पता चला तो उन्होंने अपनी रकम वापस मांगी, मगर आरोपी दंपती ने इन्कार किया। इस पर हेमलता ने पुलिस में शिकायत की।