पौड़ी के 7358 युवाओं ने आजमाया भाग्य
जागरण संवाददाता, देहरादून: सेना की भर्ती रैली में दूसरे दिन पौड़ी जनपद के युवाओं ने भाग्य आजमाया। सुब
जागरण संवाददाता, देहरादून: सेना की भर्ती रैली में दूसरे दिन पौड़ी जनपद के युवाओं ने भाग्य आजमाया। सुबह छह बजे से शुरू हुई भर्ती रैली में जनपद के कुल 7358 युवाओं ने रिपोर्टिग की। जबकि कुल 8641 युवाओं ने अपना ऑनलाइन पंजीकरण कराया था। कुल रिपोर्टिग करने वाले युवाओं में से 789 युवा लंबाई में ही बाहर हो गए। इसके बाद 6569 युवा एक मील की लंबी दौड़ में शामिल हुए। लेकिन 1286 युवा ही निर्धारित समय में यह बाधा पार करने में कामयाब रहे।
शारीरिक दक्षता में सफल रहे युवाओं का मेडिकल शनिवार को भर्ती ग्राउंड में ही होगा। शारीरिक दक्षता व मेडिकल में सफल रहने वाले युवाओं की लिखित परीक्षा आगामी 29 नवंबर को लैंसडौन में होगी। भर्ती अधिकारी कर्नल बीएमएस तलवार के अनुसार शनिवार को रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी जनपद के युवाओं के लिए भर्ती रैली आयोजित होगी। इधर, शुक्रवार को भर्ती रैली में भाग लेने लिए पौड़ी जनपद के युवा गुरुवार रात ही म¨हद्रा ग्राउंड के आसपास डट गए थे। भर्ती की प्रक्रिया सुबह छह बजे से शुरू हुई। लंबाई व एक मील की दौड़ को पार करने में सिर्फ 17 फीसद ही युवा सफल रहे हैं। 10 मीटर चौड़े ट्रैक पर एक बैच में लगभग 150 युवाओं को दौड़ाया गया। भर्ती रैली की वजह से म¨हद्रा ग्राउंड व आसपास के क्षेत्र में युवाओं की भीड़ उमड़ी हुई है। इससे यातायात भी बाधित हो रहा है। हालांकि, शहीद दुर्गामल्ल चौक से सैन्य अस्पताल की ओर जाने वाली सड़क को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। पुलिस फोर्स भी भर्ती स्थल के बाहर पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात है। शनिवार को होने वाली भर्ती में भाग लेने के रुद्रप्रयाग-उत्तरकाशी के हजारों युवा भी दून पहुंच चुके हैं। उत्तरकाशी से 2605 व रुद्रप्रयाग से 3548 युवाओं ने सेना भर्ती के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया हुआ है।
अखर रहा अनुपस्थिति का आंकड़ा
भर्ती रैली में बड़े पैमाने पर युवाओं की अनुपस्थिति अब अखरने लगी है। पौड़ी जनपद का ही उदाहरण लीजिए। यहां से 1283 अभ्यर्थी गैरहाजिर रहे। हरिद्वार की स्थिति भी इससे जुदा नहीं है। जनपद से कुल 2727 में 672 युवा अनुपस्थित रहे। भर्ती अधिकारी कर्नल बीएसएस तलवार का कहना है कि इतने बड़े पैमाने पर अभ्यर्थियों की अनुपस्थिति सामान्य बात नहीं है। शुरुआत के कुछ दिन सर्वर में दिक्कत रही। जिससे पंजीकरण में मुश्किल आ रही थी। पंजीकरण हुआ या नहीं, इस आशंका में घिरे अभ्यर्थियों ने कई-कई बार पंजीकरण कर दिया। स्वाभाविक है कि ऑनलाइन पंजीकरण और अभ्यर्थियों की वास्तविक संख्या में तभी फर्क दिख रहा है।
पारदर्शी व पुख्ता व्यवस्था
सैन्य भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी व पुख्ता बनाने के लिए तकनीकी रूप से व्यवस्था अधिक सुदृढ़ की गई है। भर्ती के लिए पहुंचने वाले हरेक नौजवान को बायोमैट्रिक पर अपने अंगूठे की छाप देनी होती है। जिसे कंप्यूटर सर्वर में फीड किया जाता है। फिजिकल टेस्ट की हरेक कसौटी पर पुन: इसकी पड़ताल की जाती है। इतना ही नहीं अब मेडिकल रिव्यू में भी यह व्यवस्था लागू की जा चुकी है।