वेबसाइट पर केदारनाथ पुननिर्माण का ब्योरा
राज्य ब्यूरो, देहरादून केदारनाथ धाम में निर्माणाधीन और नई प्रस्तावित सभी पुनर्निर्माण योजनाओं की अ
राज्य ब्यूरो, देहरादून
केदारनाथ धाम में निर्माणाधीन और नई प्रस्तावित सभी पुनर्निर्माण योजनाओं की अपडेट जानकारी अब वेबसाइट पर होगी। 15 अक्टूबर को इस बाबत नई वेबसाइट लांच की जाएगी। वहीं केदारनाथ धाम की सूरत बदलने में अहम भूमिका निभा रहे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) अब पुरानी केदारपुरी में ही पुनर्निर्माण कार्यो का जिम्मा संभालेगा। लिंचौली समेत नई केदारपुरी की व्यवस्था को अब एसडीआरएफ संभालेगा। लिंचौली से केदारनाथ तक रोपवे के निर्माण पर केंद्र सरकार ने हामी भरी है। इसकी डीपीआर बनाने का काम शुरू हो चुका है। वहीं इंट्रानेट के जरिए सीतापुर से रुद्रप्रयाग और फिर देहरादून तक रूट मैपिंग का काम किया जाएगा।
मुख्य सचिव राकेश शर्मा ने बुधवार को सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में केदारनाथ धाम समेत चार धाम यात्रा मार्गो को दुरुस्त किए जाने के लिए उठाए जा रहे कदमों का ब्योरा दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में आपदा में तबाह हुई केदारपुरी को संवारने के लिए कैबिनेट कमेटी आन उत्तराखंड (सीसीयू) की ओर से मंजूर पैकेज के मुताबिक पुनर्निर्माण से संबंधित सभी योजनाओं पर काम प्रारंभ हो चुका है। जिन योजनाओं पर काम पूरा हो चुका है, उनका लोकार्पण और जिन पर काम किया जाना है, उनका शिलान्यास 15 अक्टूबर को किया जाएगा। केदारनाथ धाम में 15 दिसंबर तक भारी बर्फबारी होने से पहले पुनर्निर्माण कार्य जारी रहेगा। केदारनाथ धाम से संबंधित सभी योजनाओं की जानकारी वेबसाइट पर दी जाएंगी। इसके लिए नई वेबसाइट भी शुरू होगी। आपदा प्रबंधन सचिव मीनाक्षी सुंदरम और आपदा पुनर्निर्माण कार्य देख रहे वित्त सचिव अमित नेगी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। सीसीयू में मंजूरी से छूट गया केदारनाथ रोपवे योजना पर मौजूदा केंद्र सरकार ने हामी भरी है। लिंचौली से केदारनाथ तक बनने वाले रोपवे के निर्माण पर तकरीबन 50 करोड़ तक लागत आएगी। निम अब पुरानी केदारपुरी में ही पुनर्निर्माण कार्यो का जिम्मा संभालेगा। उन्होंने अगले डेढ़ वर्ष में पुरानी केदारपुरी में सभी कार्य पूरे होने की उम्मीद जताई। सोन नदी पर आठ-नौ करोड़ की लागत से एग्रा ब्रिज बनेगा। सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने को शीतकाल में केदारनाथ महोत्सव के आयोजन पर विचार करेगी।
उन्होंने कहा कि गोविंदघाट से घांघरिया तक रोपवे पर काम जल्द शुरू होगा। गोविंदघाट पर पार्किंग के लिए मुकम्मल इंतजाम होंगे। चार धामों के यात्रा मार्गो को दुरुस्त करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से करीब 11 हजार करोड़ का पैकेज मंजूर है। अगले छह-सात साल में सालाना 1000 करोड़ से ज्यादा धनराशि से यात्रा मार्गो की हालत सुधारी जाएगी। उन्होंने कहा कि अगले साल तक हेमकुंड यात्रा और बेहतर ढंग से संचालित करने के इंतजाम किए जा रहे हैं। साथ ही आपदा से निपटने के लिए पुख्ता बंदोबस्त करते हुए एसडीआरएफ की दो बटालियन गढ़वाल मंडल में जौलीग्रांट एयरपोर्ट के समीप और कुमाऊं मंडल में पंतनगर एयरपोर्ट के समीप स्थापित की जा रही हैं। हर जिले में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकारण का ढांचा तैयार किया जा रहा है। केदारनाथ, गंगोत्री, जौलजीवी समेत छह स्थानों पर एसडीआरएफ की छह कंपनियां तैनात की जा रही हैं।