अशासकीय महाविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मियों ने कसी कमर
जागरण संवाददाता, देहरादून: एसीपी सहित नौ सूत्रीय मांगों पर मुखर अशासकीय महाविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्म
जागरण संवाददाता, देहरादून: एसीपी सहित नौ सूत्रीय मांगों पर मुखर अशासकीय महाविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। कर्मचारी 13 अक्टूबर को काली पंट्टी बांधकर विरोध प्रकट करेंगे। जबकि 14 अक्टूबर को समस्त कर्मी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।
अशासकीय महाविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी परिषद की केएन घोष की अध्यक्षता में डीएवी पीजी कॉलेज में आपात बैठक आयोजित की गई। महामंत्री गजेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की एसीपी सहित नौ सूत्रीय मांग शासन स्तर पर लंबित है। इसे लेकर प्रमुख सचिव, मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री तक से वार्ता हो चुकी है। लेकिन, कार्रवाई के नाम पर अभी तक भी कुछ नहीं हुआ। पिछले तीन वर्षो से एसीपी से संबंधित पत्रावली वित्त विभाग और उच्च शिक्षा विभाग के बीच डोल रही है। कार्मिक विभाग ने लिपिकीय संवर्ग के वेतनमान एवं पदनाम संशोधन के प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया है। सरकार व शासन की इस उपेक्षा से कर्मचारी आहत हैं। उनमें रोष पनप रहा है। इस स्थिति में अब सिवाय आंदोलन के कोई रास्ता नहीं बचा। उन्होंने बताया कि शिक्षणेत्तर कर्मियों की एसीपी का लाभ, लिपिकीय संवर्ग का पदनाम एवं वेतनमान संशोधन, सेवानिवृत्ति की तिथि अंतिम दिवस करने, प्रयोगशाला सहायक एवं प्रयोगशाला परिचर की शैक्षिक अर्हता का उच्चीकरण, प्रयोगशाला संवर्ग का ढांचा, प्रयोगशाला सहायक के ग्रेड वेतन का एक जनवरी 2006 से उच्चीकरण, वरिष्ठ प्रयोगशाला सहायक की वेतन विसंगति दूर करने, शिक्षणेत्तर कर्मी को एलटीसी, चिकित्सा प्रतिपूर्ति भत्ता एवं अवकाश नगदीकरण की सुविधा और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का पदोन्नति कोटा 15 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की मांग है।