पीएम आवास पर महासंघर्ष की चेतावनी
राज्य ब्यूरो, देहरादून: घनसाली विधायक भीमलाल आर्य ने टिहरी बांध परियोजना में भ्रष्टाचार होने का आरोप
राज्य ब्यूरो, देहरादून: घनसाली विधायक भीमलाल आर्य ने टिहरी बांध परियोजना में भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसकी सीबीआइ जांच कराने की मांग उठाई। साथ ही, घनसाली क्षेत्र को बांध प्रभावित घोषित करने और पांच सर्वाधिक प्रभावित गांवों का पुनर्वास करने की मांग उठाई। ऐसा न होने पर प्रधानमंत्री आवास के बाहर महासंघर्ष की चेतावनी भी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में घनसाली के भाजपा विधायक भीमलाल आर्य ने कहा कि टिहरी बांध परियोजना के द्वितीय चरण में पंपिंग स्टोरेज प्लांट के लिए घनसाली क्षेत्र के असेना गांव से खनन व चुगान की अनुमति दी गई है। साथ ही, डंपिंग यार्ड के लिए राज्य सरकार द्वारा तीन हेक्टेयर भूमि लीज पर भी दी गई है। उन्होंने कहा कि टिहरी बांध परियोजना के प्रथम चरण के लिए भी असेना गांव से लगभग 29 लाख घनमीटर पत्थर आदि का खनन व चुगान किया गया, मगर क्षेत्र के पांच छह सर्वाधिक प्रभावित गांवों को आज तक बांध प्रभावित घोषित नहीं किया गया।
टिहरी झील के कारण इन गावों में भू धंसाव के कारण लोग भारी संख्या में अन्यत्र विस्थापित हो रहे हैं। उन्होंने इस बांध परियोजना में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सीबीआइ जांच की मांग की। साथ ही, असेना से खनन व चुगान शुरू करने से पहले समूचे घनसाली क्षेत्र को बांध प्रभावित घोषित करते हुए पांच छह गांवों का पुनर्वास करने की मांग उठाई। उन्होंने इन गांवों में सीएसआर के तहत सामाजिक उन्नयन का लाभ देने, प्रभावित लोगों को विद्युत दरों में 50 फीसद छूट, टिहरी-घनसाली मार्ग को डबल लेन बनाने की मांग भी उठाई।