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पारंपरिक के साथ मॉडर्न शिक्षा पद्धति अपनाएं शिक्षक

जागरण संवाददाता, देहरादून: श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस के एक दिवसीय सेमीन

By Edited By: Published: Sun, 02 Aug 2015 07:38 PM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2015 07:38 PM (IST)
पारंपरिक के साथ मॉडर्न शिक्षा पद्धति अपनाएं शिक्षक

जागरण संवाददाता, देहरादून: श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस के एक दिवसीय सेमीनार में विशेषज्ञों ने फैकल्टी को उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार, वर्तमान समय की अनुरूप छात्रों को तैयार करने, फैकल्टी की क्षमता में परिवर्तन आदि महत्वपूर्ण बिंदुओं पर टिप्स दिए।

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शनिवार को श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के सभागार में आयोजित सेमीनार का तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीके गर्ग और एसजीआरआर एजुकेशन मिशन के अधिकृत हस्ताक्षरी प्रबंधक जीएस राणा ने शुभारंभ किया। प्रो. गर्ग ने कहा कि शिक्षक वर्ग को पारंपरिक शिक्षा पद्धति के अलावा मॉडर्न तकनीक को भी अपनाना चाहिए। एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विवि के प्रोफेशनल कोर्सेज के निदेशक प्रो. एसपी काला ने कहा कि बिना गुणवत्ता उच्च शिक्षा की कल्पना नहीं किया जा सकती। श्री गुरु राम राय एजुकेशन मिशन के विशेष कार्याधिकारी आरपी डोभाल ने फैकल्टी और छात्रों के बीच सीधे संवाद पर जोर दिया। एसजीआरआर पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. वीए बौड़ाई ने कहा कि प्रत्येक कॉलेज में इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल गठित की जानी चाहिए। जो अवस्थापना, फैकल्टी द्वारा किए जा रहे नए शोध कायरें, शिक्षा के माहौल आदि में समन्वय का कार्य करे। आइआइटी रुड़की के प्रबंधन विभाग के प्रमुख डॉ. संतोष एन रंगनीकर, एमकेपी पीजी कॉलेज की प्राचार्य डॉ. इंदू सिंह, एसजीआरआर एजुकेशन मिशन के विशेष कार्याधिकारी एचपी भट्ट ने भी अपनी बात रखी। मौके पर एसजीआरआर आइटीएस की निदेशक डॉ. प्रीति कोठियाल, डीन कर्नल आनंद थपलियाल आदि मौजूद रहे।


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