ड्रेनेज सिस्टम पर अतिक्रमण 'भारी'
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : पूरे शहर के मुख्य बाजारों व सड़कों में नालियों के ऊपर हुआ अतिक्रमण अब मा
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
पूरे शहर के मुख्य बाजारों व सड़कों में नालियों के ऊपर हुआ अतिक्रमण अब मानसून में ड्रेनेज सिस्टम को चुनौती दे रहा है। उच्च न्यायालय के आदेश पर पालिका द्वारा चिह्नित अतिक्रमण पर कार्रवाई हो जाती तो शहर के लोग चैन की सांस लेते। साथ ही ड्रेनेज सिस्टम पर अतिक्रमण भारी न पड़ता।
पुलिस व प्रशासन ने जब भी अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई की तो अस्थायी अतिक्रमण को ही फोकस किया गया। ऐसे अतिक्रमण को हटाने में भी प्रशासन पूरी तरह से सफल नहीं हो पाया। 13 वर्ष के अंतराल में पालिका, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग व स्थानीय प्रशासन, किसी ने भी स्थायी अतिक्रमण को छेड़ने की हिम्मत नहीं की। अंतिम कार्रवाई 2002 में तत्कालीन उप जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने की थी। देहरादून रोड, रेलवे रोड, घाट रोड, सभी जगह नालियों के ऊपर स्लैब और सीमा से बाहर दुकानों के छज्जों पर जेसी चलकर अतिक्रमण हटाया था। तब से किसी भी अधिकारी ने ऐसी सार्थक और ठोस पहल करने की हिम्मत न ही जुटाई। यही कारण है कि बीते वर्षो में शहर की सभी नालियां छिप कर रह गई है। जिनके ऊपर स्लैब डालकर व्यापारियों ने शटर तक लगा दिए हैं। जिन्होंने ऐसा नहीं किया उन्होंने दुकान में रास्ता बनाने की आड़ में पूरी नाली में थड़े बनवा दिए। यह थड़े सामान सजाने के काम आ रहे हैं। इस तरह ढकी नालियों में पालिका के सफाई कर्मचारी काम नहीं कर पाते हैं। नालियां मलबे से पट गई है। अब मानसून आ चुका है। नालियों के ऊपर अतिक्रमण से बरसाती पानी के निकासी की समस्या फिर से सिर उठाएगी। इससे सड़कों पर जलभराव भी होता है दुकानों के भीतर पानी भरने से अतिक्रमणकारी दुकान ही मुआवजे की मांग करने लगते हैं। इस गंभीर समस्या को लेकर एक स्थानीय नागरिक ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी। जिस पर न्यायालय ने पालिका प्रशासन से अतिक्रमण चिह्नित करने के निर्देश दिए थे। पालिका ने करीब 1200 अतिक्रमण चिह्नित कर न्यायालय में जवाब दाखिल किया था। इसके बाद भी नालियों पर हुआ अतिक्रमण नहीं हटा है। अब मानसून में फिर से यह समस्या लोगों को परेशान करेगी।
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मानसून को लेकर शहर ही नहीं, आसपास क्षेत्र में भी जलभराव की समस्या से जनता और प्रशासन को जूझना पड़ता है। ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त करने के लिए पालिका प्रशासन को त्वरित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा।
संतोष कुमार पांडेय, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश