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वन्य जीवों की रोकथाम को हाथी रोधी दीवार

संवाद सूत्र, रायवाला : अब जंगली जानवर जल्द से रिहाइशी बस्तियों की तरफ रूख नहीं कर सकेंगे। इनकी रोकथा

By Edited By: Published: Sat, 30 May 2015 07:46 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2015 07:46 PM (IST)
वन्य जीवों की रोकथाम को हाथी रोधी दीवार

संवाद सूत्र, रायवाला : अब जंगली जानवर जल्द से रिहाइशी बस्तियों की तरफ रूख नहीं कर सकेंगे। इनकी रोकथाम के लिए जंगल व बस्तियों के बीच दीवार बनाई जाएगी। राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क से सटे गांवों व हाईवे के किनारे हाथी रोधी दीवार बनाने को मंजूरी मिली है।

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राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क से सटे गांवों में जंगली जानवर खासकर हाथी अक्सर उत्पात मचाते हैं। जंगली जानवर गांवों व खेतों में घुसकर फसलों को तो बर्बाद करते ही रहे हैं, कई बार जन हानि भी हुई है।अब तक जंगली जानवरों को रिहाइशी बस्तियों की तरफ आने से रोकने के लिए किए गए प्रयास नाकाफी साबित हुए हैं। राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क घोषित के बाद इस दिशा में अब पहला ठोस कदम उठाया गया है। पार्क से सटे गांवों व जंगल के बीच हाथी रोधी दीवार बनाने की मंजूरी मिली है। शासन से इसके लिए करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत है। मोतीचूर रेंज में नेपाली फार्म से तीन पानी तक करीब 18 सौ मीटर हाथी रोधी दीवार बनाई जानी है। वहीं हरिद्वार रेंज में हरिपुरकलां के पास भी दीवार बनाने का काम शुरू हो चुका है। ठाकुरपुर, गौहरीमाफी व साहबनगर गांवों के बीच दीवार बनाने का प्रस्ताव भी तैयार है और जल्द ही इसको मंजूरी मिलने की उम्मीद है। रेंज अधिकारी महेंद्र गिरि गोस्वामी ने बताया कि नेपाली फार्म तीन पानी तक दीवार बनाने का काम शुरू करा दिया गया है।

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सीमांकन न होने से काम में रोड़ा

रायवाला: राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क व गांवों के बीच स्पष्ट सीमांकन न होने से दीवार बनाने के काम में अड़चन पैदा हो रही है। हरिपुरकलां में हिमालयन कॉलोनी के पास दीवार का काम शुरू होते ही ग्रामीणों ने एतराज जताया और सही सीमांकन किए जाने की मांग की। वहीं साहबनगर व गौहरीमाफी गांव के किनारे दीवार बनाने प्रस्ताव इसी वजह से अटका हुआ है। गांव व जंगल के बीच की सड़कों पर वन विभाग अपना अधिकार जताता है। दीवार बनी तो ये सड़कें बंद हो जाएंगी। ग्रामीणों को यह कतई स्वीकार नहीं है। उनकी मांग है कि सड़क को छोड़कर दीवार बनाई जानी चाहिए। जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र नेगी ने बताया कि पार्क अधिकारियों व क्षेत्रीय सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को इस बारे में अवगत कराया गया है। जन सुविधा के अनुसार ही दीवार का निर्माण होना चाहिए।

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हरिपुरकलां में भी मैरीन ड्राइव

रायवाला: तीर्थनगरी की तरह ही अब हरिपुरकलां गांव में गंगा किनारे मैरीन ड्राइव बनेगा। इसके लिए शासन से साढ़े दस करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति मिली है। आनंदोत्सव आश्रम से व्यास मंदिर तक 390 मीटर लंबा बनने वाले इस मैरीन ड्राइव का निर्माण राजाजी पार्क करेगा। विदित है कि सप्त सरोवर से सटे इस क्षेत्र में प्रतिवर्ष हजारों तीर्थ यात्री आते हैं। केदार घाटी की आपदा के दौरान इस क्षेत्र में आई बाढ़ से आसपास के आश्रम व भवनों को भी नुकसान पहुंचा। शासन ने बाढ़ सुरक्षा के लिए बनने वाले सीसी तटबंध को मैरीन ड्राइव टाइप बनाने की मंजूरी दी है ताकि कटाव भी रूके और गंगा दर्शन का आने वाले यात्रियों को भी दिक्कत न हो। रेंज अधिकारी बीबी शर्मा ने बताया कि सीसी दीवार बनाने का काम जून के प्रथम सप्ताह में शुरू हो जाएगा।


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