शराब की कीमतों को तय करने में लगेगा समय
राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश में भले ही एक मई से शराब के गोदामों (एफएल टू) की कमान मंडी परिषद के ह
राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश में भले ही एक मई से शराब के गोदामों (एफएल टू) की कमान मंडी परिषद के हाथों में आ चुकी है लेकिन शराब की कीमत तय करने में अभी कुछ समय लगेगा। कारण यह कि मंडी परिषद अभी तक सभी ब्रांड्स के साथ अनुबंध करने की प्रक्रिया में ही है। इस प्रक्रिया के पूरे होने के बाद आबकारी विभाग के साथ मिलकर खर्चो पर चर्चा होगी, तब कहीं जाकर शराब की कीमत तय की जा सकेगी। माना जा रहा है कि इस प्रक्रिया में एक सप्ताह से लेकर दस दिन तक का समय लग सकता है।
प्रदेश में इस वर्ष सरकार ने एफएलटू की व्यवस्था में परिवर्तन किया है। इसके तहत सभी नामी ब्रांडों के एफएलटू समाप्त कर यह व्यवस्था मंडी परिषद के हाथ में सौंपी गई है। एक मई से विधिवत रूप से मंडी परिषद ने यह काम शुरू कर दिया है। चूंकि मंडी परिषद के पास पहली बार यह काम आया है तो अभी इसकी तैयारियां पूरी नहीं हो पाई हैं। मंडी परिषद सभी ब्रांड से अनुबंध करने की प्रक्रिया शुरू कर तो चुकी है लेकिन इसमें कुछ दिक्कतें आ रही हैं। मसलन बड़े ब्रांड सभी चीजों को चालू तरीके से न चलाकर एक सुनिश्चित व्यवस्था चाहते हैं। ऐसे में उनकी मंडी परिषद से लगातार वार्ता चल रही है। चूंकि मंडी परिषद चीजों को अंतिम रूप नहीं दे पाया है ऐसे में आबकारी विभाग भी शराब के दाम तय करने में असमर्थ है। कारण यह कि मंडी परिषद के खर्चो को जोड़कर ही शराब की अंतिम कीमत तय की जानी है। सभी ब्रांडों से अनुबंध न होने और कीमतें तय न होने से बाजार में अच्छे ब्रांड नहीं मिल रहे हैं। जो ब्रांड हैं भी दुकानदार उन्हें मनमाफिक कीमतों पर बेच रहे हैं।
मंडी परिषद में आबकारी का कार्य देख रहे अनिल सैनी का कहना है कि अगले कुछ दिनों में सभी कंपनियों से वार्ता कर सप्लाई शुरू की जाएगी। आबकारी आयुक्त विनयशंकर पांडे का कहना है कि मंडी परिषद के साथ बैठकर कीमतों को अंतिम रूप दिया जाना बाकि है। एक सप्ताह के भीतर यह कर लिया जाएगा।