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व्यवसायी को ठगने वाला इंजीनियर गिरफ्तार

संवाद सहयोगी, देहरादून: करीब पांच वर्ष पहले महिला दोस्त के साथ मिलकर दून के दवा व्यवसायी से 28 लाख र

By Edited By: Published: Tue, 28 Apr 2015 09:10 PM (IST)Updated: Tue, 28 Apr 2015 09:10 PM (IST)

संवाद सहयोगी, देहरादून: करीब पांच वर्ष पहले महिला दोस्त के साथ मिलकर दून के दवा व्यवसायी से 28 लाख रुपये ठगने के आरोपी युवक को पुलिस ने बंगलुरू (कर्नाटक) से दबोच लिया। आरोप है कि युवक और उसकी महिला मित्र ने वर्ष 2010 में शादी डॉट कॉम पर एक फर्जी प्रोफाइल तैयार कर व्यवसायी को शादी का ऑफर दिया और विश्वास में लेने के लिए महीनों चैटिंग की। इसके बाद आरोपी महिला ने मां का इलाज कराने के बहाने व्यापारी से लाखों रुपये खाते में जमा करा लिए। आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। पुलिस आरोपी महिला की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।

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पुलिस अधीक्षक नगर अजय सिंह ने बताया कि दवा व्यवसायी अरविंद कुमार निवासी राजेंद्र नगर की शिकायत पर पांच जनवरी 2013 को थाना वसंत विहार में ठगी एवं आइटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस प्रकरण में रमेश सत्यनारायण माटापार्ती पुत्र सत्यनारायण माटापार्ती निवासी 18-11वीं क्रास भुवनेश्वरी, मोनुकोलाइ मार्थल्ली थाना हाल बंगलुरू (मूल निवासी-ग्राम टाकलघाट तालुका नागपुर महाराष्ट्र) को 25 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। रमेश पेशे से इंजीनियर है और एक कंपनी में सोलर पावर प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। आरोप है कि रमेश ने अपने मृत दोस्त की पत्नी शोभा गजेंद्र के साथ मिलकर शादी डॉट कॉम पर नेहा नाम से फर्जी प्रोफाइल तैयार किया था। वर्ष 2010 में अरविंद ने भी शादी डॉट कॉम पर अपना प्रोफाइल अपलोड किया, जिसे देखकर नेहा (शोभा) ने अरविंद को शादी का ऑफर दिया। नेहा ने प्रोफाइल में एक एक्ट्रेस का फोटो लगाकर खुद को आइटी इंजीनियर दर्शाया था। अरविंद ने शादी का ऑफर स्वीकार लिया, जिसके बाद दोनों इंटरनेट पर चैटिंग करने लगे। करीब एक माह बाद दोनों की फोन पर बातचीत होने लगी। इस बीच नेहा ने अरविंद से कहा कि उसकी मां को कैंसर है और इलाज के लिए काफी रकम चाहिए। उसने मां के इलाज के बाद ही शादी करने की बात कही। अरविंद ने नेहा के कहने पर रमेश ने सत्यनारायण माटापार्ती के खाते में 21 लाख रुपये जमा कर दिए। इसके कुछ दिन बाद अरविंद ने साढ़े सात लाख रुपये शोभा के खाते में भी जमा किए।

रकम जमा करने के बाद महीनों तक दोनों में बातचीत होती रही, फिर अचानक आरोपी युवती ने बात करने से इन्कार कर दिया। वर्ष 2012 में अरविंद उससे मिलने बंगलुरू भी गए, लेकिन वह नहीं मिली। वहां से लौटने के बाद अरविंद ने पुलिस को शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इस पर उन्होंने न्यायालय की शरण ली, न्यायालय के आदेश पर वर्ष 2013 में वसंत विहार थाना में मुकदमा दर्ज किया गया। आइटी एक्ट के अंतर्गत होने के चलते मामले की विवेचना इंस्पेक्टर कैंट को सौंपी गई थी। पुलिस ने अभियुक्त की 10वीं मैट्रोपोलिटियन मजिस्ट्रेट बंगलुरू की अदालत से पांच दिन की ट्रांजिट रिमांड ली है। आरोपी के पास से एक मोबाइल और एक लैपटॉप बरामद हुआ।

बीमार मां की जगह मौसी को दिखाया

अरविंद जब नेहा से मिलने बंगलुरू गए तो वहां शोभा मिली। उसके साथ रमेश भी मौजूद था। दोनों ने अरविंद से कहा कि नेहा इस समय सिडनी में है। नेहा की बीमार मां के बारे में पूछने पर उन्होंने शोभा की मौसी को दिखाया, जो उस वक्त बीमार थी।

रमेश ने भी उधार लिए पैसे

दोनों आरोपियों ने व्यवसायी को इस कदर विश्वास में ले लिया था कि रमेश ने अपने काम के लिए भी अरविंद से पैसे उधार मांगे और उन्होंने दे दिए। रमेश के खाते में जमा किए गए कुल 21 लाख रुपये में से करीब आठ लाख उधार मांगे गए थे।

चार भाषाएं जानता है रमेश

रमेश ने नागपुर एक कॉलेज से बीटेक किया हुआ है। वह हिंदी-अंग्रेजी के अलावा कन्नड़ और तमिल भी बोल लेता है। रमेश का कहना है कि प्रोफाइल शोभा ने बनाई थी और वह केवल उसके साथ था।

शादी डॉट कॉम को भेंजेगे नोटिस

पीड़ित अरविंद ने अपनी शिकायत में शादी डॉट कॉम को भी आरोपी बनाया है। मामले की जांच कर रहे इंस्पेक्टर कैंट हरीश मेहरा ने बताया कि वे शादी डॉट कॉम को भी नोटिस भेज रहे हैं।


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