बहादुर लाभांशु का लक्ष्य ओलंपिक में गोल्ड
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वाले ऋषिकेश के लाभांशु का लक्ष्य ओलंपिक में भ
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वाले ऋषिकेश के लाभांशु का लक्ष्य ओलंपिक में भारत के लिए गोल्ड मैडल जीतना है। पहलवान लाभांशु भारतीय सेना का अंग बनकर देश सेवा करने की तमन्ना रखता है।
जान पर खेल कर चीला शक्ति नहर में डूब रहे दो लोगों का जीवन बचाने वाले ऋषिकेश का बहादुर लाभांशु प्रधानमंत्री के हाथों वीरता पुरस्कार पाकर गौरवान्वित है। पुरस्कार पाने के बाद ऋषिकेश लौटे बहादुर लाभांशु ने दैनिक जागरण के साथ अपने अनुभव साझा किए। लाभांशु ने बताया कि उन्हें दस दिन के कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, आर्मी चीफ, चीफ मार्शल, नेवी चीफ सहित कई हस्तियों से मिलने का अवसर मिला। सभी ने उनकी बहादुरी की मुक्त कंठ से प्रशंसा भी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनकी बहादुरी पर किया गया स्पेशल ट्विट उन्हें जीवन भर याद रहेगा, जिसमें नरेंद्र मोदी ने उन्हें रियल हीरो की संज्ञा दी। लाभांशु ने बताया कि आर्मी चीफ दलवीर सिंह सुहाग ने उन्हें सबसे बेहतरीन रिस्पॉस दिया। उन्होंने यह भी कहा कि लाभंशु जैसे बहादुर की देश की सेना को जरूरत है और वह हरसंभव उसकी मदद करेंगे। लाभांशु का ध्येय भी सेना में जाकर देश सेवा करना है। कुश्ती में राष्ट्रीय स्तर पर दो कांस्य व प्रदेश स्तर पर चार स्वर्ण पदक जीत चुका सुप्रसिद्ध सुरेश पहलवान का पुत्र 17 वर्षीय लाभांशु अब ओलंपिक में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना चाहता है। लाभांशु का कहना है कि प्रत्येक व्यक्ति को एक-दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। लाभांशु को इस बात का भी मलाल है कि बहादुरी के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने पर उन्हें राज्य सरकार द्वारा कोई शाबाशी नहीं दी गई।