संस्कृत प्रतियोगिताओं में दिखाई छात्रों ने प्रतिभा
जागरण संवाददाता, देहरादून: संस्कृत अकादमी ने सोमवार को जिला स्तरीय स्कूली संस्कृत प्रतियोगिता आयोजित
जागरण संवाददाता, देहरादून: संस्कृत अकादमी ने सोमवार को जिला स्तरीय स्कूली संस्कृत प्रतियोगिता आयोजित की। इनमें छात्र-छात्राओं ने नाटक, नृत्य और गायन समेत छह अलग-अलग विधाओं में प्रतिभा दिखाई। पहले दिन जूनियर वर्ग की प्रतियोगिताएं आयोजित गर्ई। मंगलवार को सीनियर वर्ग की प्रतियोगिताओं के बाद विजेताओं की घोषणा की जाएगी। प्रत्येक प्रतियोगिता में सर्वोच्च स्थान पर रहने वाले छात्र राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे।
सोमवार को एमकेपी इंटर कॉलेज में माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर, पूर्व सूचना आयुक्त विनोद नौटियाल और मुख्य शिक्षाधिकारी एसपी खाली ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि संस्कृत दुनिया की प्राचीनतम भाषाओं में से एक है। प्रदेश में संस्कृत को द्वितीय भाषा का दर्जा प्राप्त है। इस मौके पर उन्होंने संस्कृत विद्यालयों में नियुक्ति की प्रक्रिया में तेजी लाए जाने की बात भी कही। पूर्व राज्य सूचना आयुक्त विनोद नौटियाल ने कहा कि संस्कृत शिक्षा से बच्चे संस्कारित होते हैं। संस्कृत के संरक्षण व संवर्द्धन के लिए समेकित प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्तर से स्कूलों में संस्कृत पढ़ाई जानी चाहिए।
प्रतियोगिता में पहले दिन संस्कृत नाटक, संस्कृत समूह गान, संस्कृत नृत्य, संस्कृत वाद-विवाद, संस्कृत आशुभाषण और संस्कृत श्लोकोच्चारण प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। प्रतियोगिता के सह संयोजक आशाराम मैठाणी ने बताया कि प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा मंगलवार को होगी। इसके बाद प्रत्येक प्रतियोगिता के एक-एक विजेता को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित किया जाएगा। इस अवसर पर प्रतियोगिता के संयोजक डॉ. चंडीप्रसाद घिल्डियाल, एमकेपी की प्रधानाचार्य अर्चना गोयल समेत उषा मेहरा, हेमलता पोखरियाल, नत्थीलाल भट्ट, मनीषा भंडारी, रामप्रसाद थपलियाल आदि मौजूद थे।