केंद्र बनाम राज्य सरकार पर फैसला आज
राज्य ब्यूरो, देहरादून उत्तराखंड से जुड़े मुद्दों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से गुरुवार को
राज्य ब्यूरो, देहरादून
उत्तराखंड से जुड़े मुद्दों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से गुरुवार को नई दिल्ली में जंतर-मंतर में प्रस्तावित सत्याग्रह केंद्र सरकार बनाम राज्य सरकार की शक्ल अख्तियार करेगा, इस पर फैसला गुरुवार को ही होगा। अलबत्ता, प्रदेश संगठन ने उक्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री समेत राज्य के सभी मंत्रियों को न्योता दिया है। संगठन की ओर से इन मुद्दों पर प्रवासी उत्तराखंडियों को भी साथ जोड़ने की मुहिम चलाई गई है।
पर्वतीय राज्य उत्तराखंड के युवाओं को केंद्र सरकार की सेवाओं में आरक्षण देने और औद्योगिक पैकेज बहाल करने समेत तमाम मुद्दों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने गुरुवार को नई दिल्ली के जंतर-मंतर में सत्याग्रह का ऐलान किया है। पार्टी लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तराखंड को लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए वायदों को मुद्दा बना रही है। औद्योगिक पैकेज बहाली के साथ ही गंगा शुद्धि के लिए 10 हजार करोड़ और आपदा प्रभावितों के पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्यो के लिए 4000 करोड़ के आर्थिक पैकेज की मांग भी की जा रही है। कांग्रेस के एजेंडे में राज्य में बीमार पड़े केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम और उद्योगों को पुनर्जीवित करने की मांग भी शामिल है।
प्रदेश संगठन का यह कार्यक्रम केंद्र सरकार बनाम राज्य सरकार का रूप भी लेगा, इसे लेकर बुधवार तक तस्वीर साफ नहीं हो सकी है। सत्याग्रह की तैयारी को इन दिनों दिल्ली में मौजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि इस बारे में गुरुवार सुबह फैसला लिया जाएगा। हालांकि, उनकी ओर से मुख्यमंत्री समेत राज्य के सभी मंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया है। सत्याग्रह में मंत्री शामिल होंगे या नहीं, इस पर गुरुवार सुबह फैसला लिया जाएगा। कांग्रेस के विधायक, सांसद और कार्यकर्ता इसमें शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि सत्याग्रह के जरिए भाजपा और केंद्र सरकार को उत्तराखंड से किए गए वायदों की याद दिलाई जाएगी। उक्त मांगों को लेकर कल प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। प्रदेश संगठन राज्य के सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दों से जुड़ी लड़ाई आगे भी जारी रखेगा। सत्याग्रह में आगे की रणनीति भी तय होगी। उधर, सत्याग्रह के सिलसिले में प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता बुधवार को दिल्ली पहुंचे। पूर्व काबीना मंत्री और विधायक हीरा सिंह बिष्ट, पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़, प्रदेश कांग्रेस समन्वयक जोत सिंह बिष्ट, सरदार महेंद्र सिंह, निशानेबाज जसपाल राणा, इंजीनियर एसपी सिंह दिल्ली पहुंच चुके हैं। उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी सम्मान परिषद उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि गाजियाबाद और नोएडा के प्रवासी उत्तराखंडी सत्याग्रह में शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि सत्याग्रह में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा को भी आमंत्रित किया गया है।