एन रविशंकर बने 11वें मुख्य सचिव
राज्य ब्यूरो, देहरादून वरिष्ठ आइएएस अफसर एन रविशंकर ने मंगलवार को प्रदेश के 11वें मुख्य सचिव के रू
राज्य ब्यूरो, देहरादून
वरिष्ठ आइएएस अफसर एन रविशंकर ने मंगलवार को प्रदेश के 11वें मुख्य सचिव के रूप में पदभार ग्रहण किया। इससे पहले मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के अनुरोध को सरकार से मंजूरी मिलते ही मंगलवार सुबह अपना पदभार छोड़ दिया। उधर, मंगलवार दोपहर पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग अध्यक्ष पदभार ग्रहण कर लिया। मुख्य सचिव एन रविशंकर ने उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
1980 बैच के आइएएस एन रविशंकर केंद्र सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत निवारण व पेंशन मंत्रालय में प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत, पेंशन और पेंशनर कल्याण महकमे के सचिव थे। केंद्र सरकार ने बीती 16 अक्टूबर को उनकी प्रतिनियुक्ति खत्म कर उन्हें मूल उत्तराखंड कैडर भेजने के आदेश दिए थे। एन रविशंकर की प्रतिनियुक्ति खत्म होने के बाद से ही उनके मुख्य सचिव बनने के कयास लगाए जा रहे थे। 1977 बैच के आइएएस सुभाष कुमार के बाद राज्य में मौजूदा आइएएस में एन रविशंकर ही वरिष्ठतम हैं। 'दैनिक जागरण' ने बीते रोज ही एन रविशंकर के आज मुख्य सचिव पदभार संभालने और पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार को उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग अध्यक्ष बनाने का खुलासा कर दिया था। एन रविशंकर मंगलवार को नई दिल्ली से देहरादून पहुंचे। दोपहर तीन बजे मुख्य सचिव कार्यालय पहुंचकर उन्होंने नया पदभार ग्रहण किया। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा को छोड़कर सूबे के आला नौकरशाह मौजूद थे।
उधर, सरकार ने मंगलवार को मुख्य सचिव सुभाष कुमार के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के अनुरोध को मंजूरी दी। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य विद्युत नियामक आयोग अध्यक्ष पद पर सुभाष कुमार की नियुक्ति को हरी झंडी दिखा दी। इसके बाद मंगलवार को उनकी नई नियुक्ति के बारे में आदेश जारी कर दिया गया। नई नियुक्ति का आदेश मिलने पर मंगलवार सुबह ही सुभाष कुमार स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद मुख्य सचिव पद से मुक्त हो गए। मुख्य सचिव के रूप में सुभाष कुमार का कार्यकाल छह माह के लिए बढ़ाया गया था। विस्तारित अवधि 31 अक्टूबर को खत्म हो जाती।