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काले शीशे की कार में शराब का कारोबार!

संवाद सूत्र, रायवाला: जिस शराब भरी गाड़ी को पुलिस ने हरियाणा ब्रांड की शराब समझ कर पकड़ा वह रायवाला स

By Edited By: Published: Thu, 02 Oct 2014 01:00 AM (IST)Updated: Thu, 02 Oct 2014 01:00 AM (IST)

संवाद सूत्र, रायवाला: जिस शराब भरी गाड़ी को पुलिस ने हरियाणा ब्रांड की शराब समझ कर पकड़ा वह रायवाला स्थित देशी शराब के ठेके की निकली। पकड़ी गई इस काले शीशे वाली कार से परिवहन संबंधी कागजों के बगैर ही शराब का कारोबार किया जा रहा था। पूछताछ में पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार ऐसी और भी काले शीशे वाली गाड़ियां सड़क पर दौड़ रही हैं।

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मंगलवार रात पुलिस ने नेपाली फार्म तिराहे के पास एक काले शीशे वाली कार से 35 पेटियां शराब की बरामद की। यह शराब रायवाला देशी शराब के ठेके से ऋषिकेश बेचने के लिए ले जाई जा रही थी। कार समेत पकड़े गए आरोपियों नन्हे से जब पुलिस ने पूछताछ की तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आई। पकड़ी गई कार में दिल्ली नंबर जरूर था, लेकिन चालक के पास उसके कागजात नहीं मिले। काले शीशे वाली इस कार के भीतर सिर्फ चालक और उसके साथ एक के बैठने की सीट थी बाकी सीटों को हटाकर उसमें शराब की पेटी रखने के लिए जगह बनाई हुई थी। पूछताछ में पता चला कि इस तरह की और भी कई गाड़ियां शराब के अवैध कारोबार में संलिप्त हैं। खास बात यह है कि यह कारोबार रोजाना चल रहा है, लेकिन पुलिस इसे रोकने में नाकाम है।

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दौड़ रही काली फिल्म शीशे की कार

एक तरफ परिवहन नियमों को लेकर सरकार तमाम कायदे कानून बना रही है। वहीं, परिवहन नियमों को ताक पर रख कर कई वाहन न सिर्फ सड़क पर दौड़ रहे हैं, बल्कि शराब जैसे अवैध कारोबार में संलिप्त हैं। नियमानुसार काली फिल्म चढ़े वाहन गैरकानूनी है।

पकड़ते की छुड़ाने को फोन

पुलिस ने रात को हरियाणा ब्रांड की शराब की गाड़ी समझ कर कार को रोका। बाद में पता चला की शराब स्थानीय ठेके की है। कार छुड़ाने को तुरंत की माफिया का फोन भी आने लगा। हालांकि, गाड़ी पकड़े जाने की सूचना पर मीडिया कर्मी भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की।

नहीं होती कार्रवाई

शराब की अवैध सप्लाई में ठेके संचालकों की साफ तौर पर संलिप्तता होने के बाद भी पुलिस कार्रवाई नही करती। नियमानुसार ठेके से एक व्यक्ति को केवल निर्धारित बोतलें ही एक बेची जा सकती है। लेकिन मोटी कमाई के फेर में एक साथ दर्जनों पेटियां एक व्यक्ति को दे दी जाती हैं। पुलिस पिकेट के पास से शराब लदी गाड़ियां बेधड़क निकल जाती हैं लेकिन कोई इनको रोकता नहीं।

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जब भी अवैध शराब बिक्री की सूचना मिलती है इस पर तुरंत एक्शन लिया जाता है। अवैध रूप से कारोबार कतई नहीं होने दिया जाएगा।

-संजय सिंह, थानाध्यक्ष रायवाला

वाहनों की चेकिंग की काम पुलिस व परिवहन विभाग का है। अवैध शराब बिक्री की सूचना पर हम भी तत्काल कार्रवाई करते हैं।

रमेश बंगवाल, आबकारी निरीक्षक


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