दलित परिवार ने डीएम से लगाई सुरक्षा की गुहार
संवाद सूत्र, साहिया: मुकदमा दर्ज होने के कई दिनों बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से सहमे पीड़ित दलित परिवार ने जिलाधिकारी से सुरक्षा की गुहार लगाई है। पीड़ित परिवार ने राजस्व पुलिस पर आरोपियों को शह देने का आरोप लगाया है। वहीं, एसडीएम चकराता ने मामला रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर करने की सिफारिश रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी है।
राजस्व पुलिस चकराता क्षेत्र अंतर्गत रंगेऊ निवासी पिंगुदास ने आरोपियों की दंबगई के चलते शुक्रवार को जिलाधिकारी से मुलाकात कर परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई। पीड़ित ने डीएम को सौंपे शिकायती पत्र में कहा कि गत 10 जुलाई को रंगेऊ निवासी कुछ दंबग उसके गंगासू स्थित घर में आ धमके और उसके परिजनों से मारपीट की। आरोप है कि दबंगों ने हाथ में बंदूक लहरा कर उसे, उसकी पत्नी व बेटी को पीटा। इस दौरान दबंगों ने उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़ित परिवार ने घटना के दूसरे दिन राजस्व पुलिस चकराता से मामले की शिकायत कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। 11 जुलाई को पुलिस ने रंगेऊ निवासी आरोपी प्रताप सिंह, जयपाल सिंह, सुल्तान सिंह व विजय रावत समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। आरोप है राजस्व पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आजतक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की। पीड़ित पिंगुदास ने डीएम को सौंपे शिकायती पत्र में राजस्व पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगाया। उसने कहा आरोपी प्रभावशाली हैं और केस वापस लेने को दबाव बना रहे हैं। पीड़ित ने डीएम से परिवार की जान माल के सुरक्षा की गुहार लगाई है। उधर, एसडीएम चकराता अशोक कुमार पांडेय ने बताया कि रंगेऊ मारपीट का मामला चकराता थाना पुलिस को ट्रांसफर करने की सिफारिश डीएम को भेजी गई है।