टकराव के बावजूद समीक्षा अधिकारी अडिग
राज्य ब्यूरो, देहरादून: सचिवालय समीक्षा अधिकारी संघ की ओर से छह सूत्रीय मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को लेकर उपजे गतिरोध के बीच समीक्षा अधिकारी आंदोलन पर अडिग हैं। समीक्षा अधिकारी संघ ने स्पष्ट किया है कि कोई उन्हें समर्थन दे या नहीं, उनका आंदोलन अनवरत रूप से से जारी रहेगा। इस दौरान सचिवालय संघ की ओर से प्रेषित पत्र को लेकर सदस्यों ने अपना आक्रोश भी जताया।
सचिवालय में नए अनुभागों के सृजन समेत छह सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत समीक्षा अधिकारी संघ के आरोपों की सचिवालय संघ ने भर्त्सना की थी और सचिवालय समीक्षा अधिकारी संघ को इस व्यवहार के लिए क्षमा याचना करने को कहा था। बुधवार को दो घंटे के कार्य बहिष्कार के दौरान सचिवालय के एटीएम चौक पर आयोजित सभा में समीक्षा अधिकारी संघ ने सचिवालय संघ के इस प्रकार पत्र जारी करने की भर्त्सना की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश सफल नहीं होनी दी जाएगी। यहां तक कि वक्ताओं ने सचिवालय संघ की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने अथवा आमसभा के माध्यम से पदाधिकारियों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बाद भी कही। अंत में निर्णय लिया गया कि फिलहाल पूरा ध्यान आंदोलन पर केंद्रित रखा जाएगा। यदि सचिवालय संघ को किसी प्रकार की गफलत हुई है, उस संबंध में उनसे वार्ता की जाएगी। इस दौरान चार अगस्त से चार घंटे का कार्य बहिष्कार और 11 अगस्त से पूर्ण बहिष्कार के पूर्व घोषित कार्यक्रम पर अडिग रहने का निर्णय भी लिया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के कार्यकारी सचिव सतीश चंद्र सती व संचालन महामंत्री दीपक जोशी ने किया। सभा में रंजन क्वीरा, मोहन सिंह कुंवर, युक्ता मित्तल, स्वतंत्र कुमार, राकेश जोशी, भुवन दत्त जोशी और धीरेंद्र पंवार आदि ने विचार व्यक्त किए।