चारधाम मेगा सर्किट से जुड़ेगी टिहरी झील
राज्य ब्यूरो, देहरादून
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने टिहरी को मेगा टूरिज्म सर्किट के रूप में विकसित करने और टिहरी झील को चारधाम पर्यटन सर्किट के साथ जोड़ने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि ईको टूरिज्म को विकसित करने के लिए चोपता, ग्वालदम व दुगल विट्टा को भी नए पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए। चारधाम यात्रा को विंटर (शीतकालीन) चारधाम यात्रा के रूप में चलाए जाने की संभावनाएं तलाशने के लिए भी उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है।
बुधवार को बीजापुर गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पर्यटन एवं चारधाम यात्रा की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर 27 सितंबर को उत्तराखंड में टूरिज्म इन्वेस्टर मीट आयोजित करने के निर्देश दिए, जिसमें देश-विदेश से पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को निवेश करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने स्थानीय उत्पादों के लिए बाजार विकसित करने के साथ ही पर्वतीय क्षेत्र के हथकरघा व हस्तकला से जुड़ी वस्तुओं का प्रदर्शन व विक्रय करने की व्यापक नीति बनाए जाने के लिए भी कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन को राज्य की आय व रोजगार के अवसर सृजन के रूप में विकसित करना होगा। पर्वतीय क्षेत्र में होने वाले सास्कृतिक मेलों को चारधाम यात्रा के साथ जोड़ने के निर्देश अधिकारियों को देते हुए उन्होंने कृषि उत्पाद और एंग्लिंग (फिशिग) को भी पर्यटन के साथ जोड़े जाने पर बल दिया। पूरे हिमालय को पर्यटन के लिहाज से विश्व स्तर पर मार्केटिंग कर उसे हिमालय दर्शन के रूप में विकसित करने के भी उन्होंने निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अधिकारियों को चारधाम यात्रा को सुचारू रूप से संचालित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि चारधाम यात्रा स्थगित नही की गई है। वर्षा व सड़क बंद होने की स्थिति में यात्रा केवल रोकी जा रही है, बीआरओ व लोक निर्माण विभाग सड़क मरम्मत का कार्य मुस्तैदी से कर रहे है। सड़क बंद होने पर उसे प्राथमिकता से खोला जा रहा है। चारधाम यात्रा व्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर यात्रियों को सरकार द्वारा निशुल्क नाश्ते, भोजन व ठहरने की व्यवस्था की गई है। अगले वर्ष यात्रा अपने पूरे स्वरूप में चले, इसके लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। बैठक में सचिव पर्यटन डा. उमाकात पंवार, सचिव मुख्यमंत्री मो. शाहिद के साथ ही पर्यटन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।