उत्तराखंड में सज गई 'रणभूमि'
राज्य ब्यूरो, देहरादून:
16 वीं लोकसभा के महासमर को उत्तराखंड में महारथियों ने मोर्चा संभाल लिया है। चुनावी रण से नाम वापसी के बाद सूबे की पांच सीटों के लिए 74 महारथी मैदान में डटे हुए हैं। सियासी बिसात बिछाने के साथ ही मुकाबले की जमीन तैयार हो गई है और सूरमाओं ने तरकश से तीर निकलने भी शुरू कर दिए हैं। पांचों संसदीय सीटों को देखें तो अभी तक की तस्वीर में सभी जगह भाजपा और कांग्रेस में आमने-सामने की भिड़ंत मानी जा रही है, मगर कुछेक सीटों पर आम आदमी पार्टी और सपा-बसपा मुकाबलों को त्रिकोणात्मक बनाने की जुगत में है।
पहले टिकट की जिद्दोजहद और फिर नामांकन प्रक्रिया, नाम वापसी व चुनाव चिन्ह आवंटन जैसे कार्याें से निबटने के बाद चुनाव मैदान में डटे सूरमाओं ने सियासी बिसात को दिलचस्प बनाने को जमीन तैयार कर दी है। बुधवार को नाम वापसी के बाद तस्वीर देखें तो पांचों सीटों के लिए 74 प्रत्याशी मैदान में हैं। हरिद्वार सीट पर तीन प्रत्याशियों राजेश्वर सिंह, अब्दुल रहीम व मोहसिन के मैदान से हटने के बाद कुल 24 प्रत्याशी मैदान में डटे हैं।
टिहरी सीट पर भी दो प्रत्याशियों मासूम शाह और लियाकत अली के नाम वापस लेने के बाद 16 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं, नैनीताल सीट पर 15, पौड़ी गढ़वाल में 10 और अल्मोड़ा सीट पर नौ प्रत्याशी मैदान में डटे हुए हैं। टिहरी और हरिद्वार को छोड़ बाकी तीन सीटों पर किसी प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया। सभी प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न भी आवंटित कर दिए गए हैं।
इसके साथ ही चुनावी रणभूमि सज गई और मैदान में डटे नए-पुराने सूरमाओं ने अपने-अपने तरकश से तीर निकालकर जौहर दिखाने को जमीन तैयार कर ली है। आने वाले दिनों मे 'युद्ध' किस प्रकार करवट बदलता है, यह देखने वाली बात होगी, लेकिन राजनीति के जानकारों की मानें तो अभी तक सभी सीटों पर परंपरागत प्रतिद्वंद्वियों भाजपा और कांग्रेस के बीच ही दिख रहा है। इस सबके बीच कुछेक सीटों पर आप और सपा-बसपा मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिशों में है। हालांकि, जनता जनार्दन क्या फैसला सुनाता है, इस पर सात मई को मुहर लग जाएगी, लेकिन तब तक सियासत का रंग दिलचस्प हो गया है।
इनसेट: मुख्य प्रत्याशी
-टिहरी: महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह (भाजपा) और साकेत बहुगुणा (कांग्रेस)
-पौड़ी गढ़वाल: भुवन चंद्र खंडूड़ी (भाजपा) और हरक सिंह रावत (कांग्रेस)
-हरिद्वार: रमेश पोखरियाल निशंक (भाजपा) और रेणुका रावत (कांग्रेस)
-अल्मोड़ा: अजय टम्टा (भाजपा) और प्रदीप टम्टा (कांग्रेस)
-नैनीताल: भगत सिंह कोश्यारी (भाजपा) और केसी सिंह बाबा(कांग्रेस)