आस्था के सागर में श्रद्धा के पुष्प
जागरण संवाददाता, चम्पावत : जिला मुख्यालय में फूल डोल मेला हर्षोल्लास के बीच संपन्न हो गया। श्रीकृष्ण की शोभायात्रा में सैकड़ों लोगों ने शिरकत की। आस्थावान लोगों ने पुष्पा वर्षा के साथ शोभा यात्रा का जोरदार स्वागत किया। पूरे दिन नागनाथ व बालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मेले में छात्राओं द्वारा निकाली गई कलशयात्रा आकर्षण का केंद्र रही।
मालूम हो कि जनपद मुख्यालय में पिछले पांच दशक से जन्माष्टमी के तीसरे रोज फूल डोल मेला मनाया जाता है। मंगलवार को पर्व के चलते आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। बालेश्वर मंदिर से पहला डोला नगर में विभिन्न मार्गो से होते हुए नागनाथ मंदिर पहुंचा। जहां वह मुख्य फूल डोले के साथ सम्मिलित हो गया। नागनाथ से डोला निकलने से पूर्व महंत कैलाश नाथ तथा पंडित हरीश जोशी ने वैदिक मंत्रों के बीच पूजा अर्चना कराई। इस दौरान भजन व कीर्तन के स्वर भी गूंजते रहे।
देर सायं नागनाथ से मुख्य डोला निकलते ही महिलाओं ने पुष्प वर्षा से श्रीकृष्ण की आराधना की। हरे रामा हरे कृष्णा, जै कन्हैया लाल के स्वरों के बीच श्रद्धालु डोले को जोश खरोश साथ खींच रहे थे। तहसील परिसर, मल्लीहाट, तल्ली हाट बाजार होते हुए डोला बालेश्वर मंदिर में पहुंचा। जहां महंत भैरव गिरि और पंडित रमेश फुलारा, हीरा बल्लभ पांडेय ने वैदिक मंत्रों के बीच डोले का अभिषेक कर उसका पूजन किया। मेले को लेकर महिलाओं और बच्चों में खासी उत्सुकता रही। पूरे दिन दोनों मंदिरों में दर्शनों के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। शोभा यात्रा के दौरान स्कूली बच्चों द्वारा निकाली गई कलश यात्रा जहां आकर्षण का केन्द्र रही। वहीं, राधा-कृष्ण का रूप धरे बच्चे भी श्रद्धालुओं को आस्था का संदेश दे रहे थे।