जीआइसी चौड़ामेहता में बनने लगी लैब
संवाद सहयोगी, चम्पावत : वर्ष 2010 में पाटी विकास खंड के चौड़ामेहता में जीआइसी भवन के लिए 98.91 लाख
संवाद सहयोगी, चम्पावत : वर्ष 2010 में पाटी विकास खंड के चौड़ामेहता में जीआइसी भवन के लिए 98.91 लाख रुपया मिला। कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण सेवा ने विद्यालय भवन का निर्माण कराया। इसके बाद करीब 42 लाख रुपया पीएलए खाते में पड़ा रहा। इसकी सुध न तो कार्यदायी संस्था ने ली और न ही शिक्षा विभाग ने। छह वर्षो तक यह धनराशि ऐसे ही पड़ी रही।
विद्यालय भवन बनने के बाद ग्रामीणों ने भी यह जानने की कोशिश नहीं की कि आखिर धन कितना खर्च हुआ है। शिक्षा महकमे के अधिकारियों ने भी इसमें को दिलचस्पी नहीं दिखाई। पिछले वर्ष जून माह में ईई जेएस धर्मशक्तू ने कार्यभार संभालने के बाद इस धनराशि की सुध ली। उन्होंने तेजी से कार्य करते हुए निदेशक माध्यमिक शिक्षा व डीएम को पत्र लिख उक्त धनराशि की जानकारी दी। साथ ही धन का सदुपयोग करने को विद्यालय में बच्चों की सुविधा के लिए प्रयोगशाला बनाने का अनुरोध किया। इस मामले में उनकी तब शिक्षा विभाग के अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई थी। एक मार्च 2017 को शिक्षा निदेशालय से सहमति मिलने के बाद शिक्षक अभिभावक संघ के साथ वार्ता कर विद्यालय में लैब बनाने पर सहमति हुई। इस विद्यालय में करीब 150 बच्चे पढ़ते हैं। ईई धर्मशक्तू ने विभागीय एई व जेई को गांव में भी डेरा डाल तेजी से लैब का निर्माण करने का निर्देश दिया। वर्तमान में लैब का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने बताया कि दो मंजिले भवन में चार लैब का निर्माण किया जा रहा है। लैब निर्माण होने से बच्चों के साथ ही अभिभावक भी खुश हैं।