Move to Jagran APP

बंटवारा न होने से करोड़ों का नुकसान

संवाद सूत्र, बनबसा: परिसंपत्तियों का बंटवारा नहीं होने से प्रदेश को करोड़ों के राजस्व का नुकसान उठाना

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Apr 2017 01:01 AM (IST)Updated: Thu, 27 Apr 2017 01:01 AM (IST)
बंटवारा न होने से करोड़ों का नुकसान
बंटवारा न होने से करोड़ों का नुकसान

संवाद सूत्र, बनबसा: परिसंपत्तियों का बंटवारा नहीं होने से प्रदेश को करोड़ों के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है। यूपी व उत्तराखंड की सरकारों के बीच बन रही सहमति से अब उम्मीद जगने लगी है।

loksabha election banner

राज्य बनने के बाद आई सरकार की अदूरदर्शिता व कमी का खामियाजा उत्तराखंड के लोगों को भुगतना पड़ा। 17 साल राज्य बने हो गए। लेकिन अभी तक परिसंपत्तियों का बंटवारा नही हो पाया है। जिससे प्रतिवर्ष प्रदेश को करोड़ों के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है। चम्पावत जिले में उत्तरप्रदेश के कब्जे में शारदा बैराज, सिंचाई नहर, कार्यालय, आवासीय परिसर के अलावा वन क्षेत्र, बागान मिलाकर कुल 2209.94 हेक्टेयर भूमि है। शारदा बैराज से निकली नहर यूपी के रायबरेली तक लगभग 22 लाख एकड़ कृषि भूमि की सिंचाई करती है। यूपी के कब्जे मे आने वाले छोटे-बडे़ कुल पाच आम व लीची के बागान है। अभी तक इससे होने वाली आमदनी उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के खातों में संयुक्त रूप से जाती है। आए दिन दोनों राज्यों के बीच इन परिसंपत्तियों को लेकर तकरार होते रहती है।

लंबे समय से परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर आंदोलन होते आए है लेकिन अभी तक कोई ठोस पहल नही होने से मायूसी ही छाई रही। अब दोनों सरकारों के पहल करने से उम्मीद जगने लगी है।

परिसंपत्तियों को लेकर कार्रवाई राज्य सरकार स्तर पर हो रही है। जो भी दिशा-निर्देश आएंगे उस अनुसार कार्य किया जाएगा।

बलबीर सिंह यादव, एसडीओ, सिंचाई विभाग, उत्तर प्रदेश


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.